तस्लिमा नसरीन वास्तव में आधुनिकतावादी होने से ही वे ऐसी मांग कर सकती हैं, जबकि भारत में अधिकांश कथित आधुनिकतावादी ढोंगी हैं । वे मुसलमानों की चापलूसी करते हैं और हिन्दुओं को ठुकराते हैं ! – संपादक
नई देहली – प्रार्थना के लिए घर ही सर्वोत्तम स्थान है, ऐसा मेरा मानना है । फिर भी मैं मुसलमानों के पक्ष में हूं कि उनका अधिकार है कि वे मस्जिदों में नमाजपठन करें । ऐसा भले ही हो, तब भी जब वे रास्ते पर नमाजपठन करते हैं, तब मैं उनका पक्ष नहीं लेती; कारण इससे आवागमन बिखर जाता है । बांगलादेशी लेखिका तस्लिमा नसरीन ने ट्विट कर मांग की है कि विश्व के सभी मार्गाें पर नमाजपठन प्रतिबंधित करना चाहिए ।
I defend Muslims for their right to offer namaz in mosques, even though i believe the best place for prayer is home. But i do not defend them when they offer namaz on roads by blocking roads and disrupting traffic. Everywhere in the world namaz on roads should be banned.
— taslima nasreen (@taslimanasreen) April 18, 2022