नई देहली – भारत ने पाश्चात्य देशों को रूस से तेल खरीद ने के संदर्भ में खडे बोल सुनाए हैं । भारत ने कहा है,‘ तेल संपन्न देश अथवा रूस से तेल की आयात करनेवाले देश प्रतिबंधात्मक व्यापार का समर्थन नहीं कर सकते । अत: तेल आयात के संदर्भ में ये देश भारत को सुझाव न दें । साथ ही भारत के ईंधन व्यवहाररों की राजनीति न करें ।’ भारत अपनी ईंधन की आवश्यकता पूरी करने हेतु आयात पर अधिक निर्भर है । भारत को कच्चे तेल की आवश्यकता के ८५ प्रतिशत तेल आयात करना पडता है ।
Discounted crude oil from Russia: Oil-sufficient countries need not advise on Russian imports, says Indiahttps://t.co/q0Ym6vVmDU
— The Indian Express (@IndianExpress) March 19, 2022
१. ‘इंडियन ऑईल कॉर्पोरेशन’ के प्रमुख संस्थान ने रूस से ३० लाख बैरेल (कोठी) कच्चा तेल खरीद लिया है । इस हेतु रूस ने अंरराष्ट्रीय स्तर पर बडी छूट दी थी । युक्रेन पर रूस के आक्रमण के उपरांत व्यापार के माध्यम से भारत द्वारा यह पहली खरीदारी है । अबतक रूस ने भारत को केवल मार्च में प्रतिदिन ३ लाख ६० सहस्र बैरेल तेल निर्यात किया है, जो २०२१ की औसत से लगभग ४ गुना है ।
२. भारत में तेल की सर्वाधिक आयात पश्चिम एशिया के इराक से २३ प्रतिशत, सऊदी अरेबिया से १८ प्रतिशत तथा संयुक्त अरब अमिरात से ११ प्रतिशत होता है ।