त्रिपुरा में महिलाओं द्वारा की गई मार-धाड में, बलात्कार का प्रयत्न करनेवाले वासनांध की मृत्यु !

  • विधि-विधान हाथ में लेकर, वासनांध को शिक्षा देने की वृत्ति समाज में बढी होगी तो, इसका उत्तरदायी कौन है ? – संपादक

 

  • ‘इस व्यवस्था में न्याय नहीं मिलता’, यह तीव्र भावना, जनता में निर्माण होने का सुचक है ! सर्वपक्षीय शासनकर्ताओं का यह लज्जास्पद है ! – संपादक

अगरतला – धुलाई जिले के गंडाचेरा के देबनाथपारा में, एक नाबालिग युवती पर बलात्कार का प्रयत्न करनेवाले, ४५ वर्षीय रतन आचार्जी पर महिलाओं ने आक्रमण किया । उसे महिलाओं ने पेड को बांधकर जमकर पीटा । उसमें वह बेहोश हो गया । पुलिस उसे अस्पताल ले गई, वहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित किया ।

१. आचार्जी बेरोजगार था । वह एक हत्त्या के प्रकरण में आठ वर्ष का सश्रम कारावास भोग चुका था ।

२. धलाई में एक पांच वर्षीय कन्या, अपनी मां के साथ गंडाचेरा के देबनाथपारा में एक धार्मिक कार्यक्रम के लिए गई थी । आचार्जी ने फंसाकर कन्या को, उसकी मां की अनुपस्थिति में, पास के जंगल में ले जाकर उस पर बलात्कार का प्रयत्न किया ।

३. बेटी ने सहायता के लिए चिल्लाने से, कुटुम्ब तथा स्थानिक उसे बचाने के लिए घटनास्थल पर आ गए । तब तक आचार्जी घटनास्थल से भाग गया ।

४. सम्पूर्ण रात्रि गाव वालों ने उसे ढूंढने का प्रयत्न किया, परन्तु उसका कुछ लाभ नहीं हुआ । पुलिस सूत्रों के अनुसार, महिलाओं के एक गुट ने इस घटना का निषेध किया तथा गंडाचेरा – अमरपूर महामार्ग को रोका ।

५. १६ मार्च की सुबह, पास के गाव में आरोपी को स्थानिकों ने देखा । तब महिलाओं के जमाव ने उसे पीटा ।

६. इस प्रकरण में, पुलिस ने चार लोगों की जांच की है । किसी को भी बंदी नहीं बनाया है ।