तबला वादक अनिंदो चटर्जी ने पद्मश्री पुरस्कार ठुकराया !

पुरस्कार दिए जाने में अति विलंब होने का आरोप !

यदि गणमान्य व्यक्तियों को योग्य समय पर सम्मानित नहीं किया जाता है, तो यह अपमान है । इस संबंध में और अधिक संवेदनशील होने की आवश्यकता है ! – संपादक

तबला वादक अनिंदो चटर्जी

नई देहली – प्रसिद्ध तबला वादक पंडित अनिंदो चटर्जी ने पद्मश्री पुरस्कार लेना अस्वीकार कर दिया है । पंडित अनिंदो चटर्जी ने कहा, “मुझे २५ जनवरी को दिल्ली से एक दूरभाष आया, जिसमें पुरस्कार स्वीकार करने के लिए सहमति मांगी गई थी ; किन्तु मैंने विनम्रता से पुरस्कार को अस्वीकार कर दिया है । मैंने इस पुरस्कार के लिए ‘धन्यवाद’ कहा । मैं यह पुरस्कार स्वीकार करने के स्तर से कहीं आगे जा चुका हूं । मैंने इस पुरस्कार को स्वीकार करने की अवस्था को पार कर लिया है । यदि मुझे यह पुरस्कार १० वर्ष पूर्व मिला होता, तो मैं इसे सहर्ष स्वीकार कर लेता । यह पुरस्कार मेरे समकालीन तथा मेरे कनिष्टों को भी कई वर्ष पूर्व दिया जा चुका है, इसलिए मैं क्षमायाचना करता हूं और इस पुरस्कार को स्वीकार नहीं कर सकता ।”

९० वर्षीय प्रसिद्ध गायिका संध्या मुखर्जी ने भी किया पुरस्कार अस्वीकार किया !

प्रसिद्ध गायिका संध्या मुखर्जी

प्रसिद्ध गायिका संध्या मुखर्जी ने भी पद्म श्री पुरस्कार लेना अस्वीकार कर दिया गया है । संध्या मुखर्जी की बेटी ने कहा, कि लगभग आठ दशकों तक श्रोताओं को मंत्रमुग्ध करने के उपरांत ९० वर्ष की आयु में वह इससे भी बडे सम्मान की पात्र हैं ।

बंगाल के कुल ३ लोगों ने पद्म पुरस्कार अस्वीकार कर दिया । चटर्जी और मुखर्जी से पहले, बंगाल के पूर्व मुख्यमंत्री और माकपा नेता बुद्धदेव भट्टाचार्य ने भी पद्म भूषण पुरस्कार लेने से मना कर दिया था ।