वयस्क लडकों ने बनाई थी स्वयं की गुंडा टोली !
चित्रपटों की नकारात्मक कहानी का छोटे बच्चों पर परिणाम होता है, यह घटना यही स्पष्ट करती है । इस कारण ऐसे चित्रपटों को केंद्रीय चित्रपट सेंसर बोर्ड को प्रमाणपत्र नहीं देना चाहिए और समाज को भी ऐसे चित्रपटों का संवैधानिक मार्ग से विरोध करना चाहिए ! – संपादक
नई दिल्ली – यहां के जहांगीरपुरी क्षेत्र के बाबू जगजीवन राम मेमोरियल अस्पताल में ३ अवयस्क लडकों द्वारा एक २४ वर्षीय युवक की हत्या करने की घटना हुई है । इन लडकों को हिरासत में लिया गया है । इन लडकोें को गुनहगारी के क्षेत्र में प्रसिद्ध होना था । उन्होंने स्वयं की गुंडा टोली बनाई थी । ‘पुष्पा’ और ‘भौकाल’ जैसे चित्रपट और ‘वेब सीरिज’ में दिखाई गई गुंडों की जीवनशैली का हमारे उपर प्रभाव है’, ऐसा इन अवयस्क आरोपियों ने पुलिस को बताया ।
१. पुलिस को दी जानकारी के अनुसार आरोपियों ने हत्या करने के बाद एक वीडियो बनाया और उसे ‘इन्स्टाग्राम’ ‘एप’ पर प्रसारित किया । (इससे ये बच्चे तांत्रिकी ज्ञान के क्षेत्र में आगे हैं, यह ध्यान में आता है; उनके ऊपर योग्य संस्कार न होने के कारण केवल आधुनिक शिक्षा उपयोगी नहीं होती, यह भी यह घटना दर्शाती है ! – संपादक)
२. पुलिस उपायुक्त (उत्तर पश्चिम) उषा रंगनानी ने बताया कि, ‘सी.सी.टी.वी. फुटेज’ द्वारा मृत और आरोपियों के बीच झगडा होने का प्रसंग सामने आया है । इन अवयस्क लडकों ने उनके समूह को ‘बदनाम गैंग’ ऐसा नाम दिया था ।