पाक में बल पूर्वक किए धर्म परिवर्तन के मामले में ७० प्रतिशत संख्या हिन्दू अथवा ईसाई लडकियों की !

  • पडोसी इस्लामी देश पाकिस्तान और बांगलादेश में अल्पसंख्यक हिन्दुओं की समस्या हल करने के लिए भारत के आज तक की सभी पार्टियों की सरकार ने कुछ भी किया नहीं, यह लज्जास्पद ! – संपादक
  • केवल पाक नहीं, तो विश्व के हिन्दुओं के हितों और जीवन की रक्षा होने के लिए भारत में हिन्दू राष्ट्र की स्थापना करना, यही एकमेव उपाय है और इस हेतु प्रयास करना, यह सभी भारतीय हिन्दुओं का धर्मकर्तव्य है, यह ध्यान में लें ! – संपादक

     इस्लामाबाद (पाकिस्तान) – पाकिस्तान में अल्पसंख्यक हिन्दुओं का बडी मात्रा में धर्मपरिवर्तन किया जाता है । वहां के एक समाचार-पत्र द्वारा प्रकाशित रिपोर्ट के अनुसार धर्मपरिवर्तन किए गए अल्पसंख्यक समुदाय के लोगों में ७० प्रतिशत मात्रा कम आयु की लडकियों की है । ‘दी नेशन’ समाचार-पत्र के अनुसार वर्ष २०२० में यह संख्या १५ थी, तो वर्ष २०२१ में यह संख्या चार गुना अधिक अर्थात ६० से अधिक हो गई है । पाक में प्रत्येक वर्ष १ सहस्र लडकियों का अपहरण कर उन्हें धर्मपरिवर्तन के लिए बाध्य किया जाता है । बाद में इन प्रकरणों को दबाया जाता है । इस समाचार-पत्र द्वारा दी जानकारी के अनुसार अल्पसंख्यकों का धर्मपरिवर्तन रोकने के लिए देश में कोई भी कानून अस्तित्व में नहीं है । (जिस देश का संविधान इस्लाम पर आधारित है, वह विश्व को ‘दार-उल-इस्लाम’ (समस्त विश्व इस्लाममय करेंगे !) करने के लिए कटिबद्ध ही है ! इस कारण पाक में पीडित अल्पसंख्यकों के धर्मपरिवर्तन पर प्रतिबंध लगाने का कानून होना कदापि संभव नहीं, यह ध्यान में लें ! – संपादक)

१. हाल में हुए एक प्रकरण में १३ और १९ वर्षीय हिन्दू लडकी और एक ईसाई लडकी, ऐसी तीन लडकियों का धर्मपरिवर्तन कर उनके विवाह ४० वर्षीय मुसलमान युवकों से किए ।

२. रिपोर्ट के अनुसार पाक में अल्पसंख्यक लडकियों का अपहरण, बलात्कार और तत्सम प्रकार बढ ही रहे हैं । (१४.१.२०२२)