शाओमी, ओप्पो और विवो इन चीनी मोबाइल कंपनियों की ओर से भारत में १ लाख करोड रुपयों की कमाई; लेकिन एक भी रुपए का कर नहीं भरा !

सरकार जांच करेगी !

  • चीनी कंपनियां द्वारा कर चोरी करते समय सरकारी तंत्र सो रहा था क्या ? उन्होंने उसी समय इन कंपनियों से इस विषय में जवाब क्यों नहीं मांगा ? सरकार को ऐसी कंपनियों को यहां से भगा देना चाहिए, साथ ही उनसे कर वसूल ना करने वाले उत्तरदायी अधिकारियों को आजीवन कारावास में डालना चाहिए ! – संपादक
  • सर्वसाधारण नागरिकों द्वारा कर ना भरने पर उन पर कार्यवाही करने वाला सरकारी तंत्र ऐसी तत्परता कर चोरी करने वाली शत्रुराष्ट्र की कंपनियों के संबंध में क्यों नहीं दिखती ? – संपादक
  • ऐसी भारत विरोधी कंपनियों पर अब देशप्रेमी नागरिकों ने भी बहिष्कार कर उन्हें उनकी जगह दिखानी चाहिए ! – संपादक

नई दिल्ली – शाओमी, ओप्पो और विवो इन चीनी मोबागल कंपनियों द्वारा भारत में १ लाख करोड रुपयों की कमाई कर एक भी रुपये का कर ना भरने का खेदजनक मामला सामने आया है । इस कारण भारत सरकार अब इस मामले की गहराई से जांच करने वाली है ।

भारत में कर ना चुकाने के लिए इन चीनी कंपनियों पर उनकी आय की जानकारी और लाभ छुपाने का आरोप किया जा रहा है । इन कंपनियों के मोबाइल की भारत में बहुत बडी मात्रा में बिक्री होने पर भी ये कंपनियां घाटे में हैं, ऐसा उनकी ओर से सरकार को बताया जा रहा है । एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि, पिछले वर्षों में चीनी कंपनियों ने की आर्थिक रिपोर्ट के प्राथमिक मुल्यांकन में गलती मिलने के साथ कर चोरी, कमाई छुपाना और उसमें गडबड करना, ऐसा गलत मामला भी सामने आया है । इस कारण इन कंपनियों के व्यापार पद्धति की भी जांच होने वाली है । कुछ दिनों पूर्व ही भारत की अलग अलग जांच एजेंसियों ने विविध चीनी मोबाइल कंपनियों के कार्यालयों पर छापे मारे थे ।

भारत में मोबाइल व्यापार में चीनी कंपनियों का वर्चस्व : भारतीय मोबाइल कंपनियों का हिस्सा १० प्रतिशत से भी कम !

भारत में मोबाइल के व्यापार में चीनी कंपनियों के वर्चस्व के कारण भारतीय कंपनियां कमजोर हो गई हैं । लावा, कार्बन, मायक्रोमैक्स और इंटेक्स जैसी भारतीय मोबाइल कंपनियों की बिक्री में बडी गिरावट आई है । मोबाइल के व्यापार में भारतीय कंपनियों का हिस्सा १० प्रतिशत से भी कम है ।