दूसरे ग्रहों के लोग पृथ्वी पर आक्रमण करेंगे !

  • बाबा वेंगा की वर्ष २०२२ के लिए भविष्यवाणी

  • भारत में ५० अंश सेल्सियस तापमान होगा !


नई दिल्ली – बल्गेरिया में रहने वाला अंधा वांगेलिया पांडेवा गुश्तेरोवा उपनाम बाबा वेंगा ये प्रसिद्ध भविष्यवक्ता होकर गए । दृष्टि ना होते हुए भी वे भविष्य स्पष्ट बता पाते थे । उनके द्वारा की हुई अनेक भविष्यवाणियां सही साबित हुई हैं । वर्ष २०२२ का भविष्य भी उन्होंने बताया है । उनके अनुसार वर्ष २०२२ में विश्व में पानी का संकट अधिक गहराने वाला है । अनेक शहरों में पीने के पानी की गंभीर समस्या होने वाली है । नदियों का पानी प्रदूषित होगा । पानी के अभाव में लोगों को अन्य स्थानों पर जाना पडेगा । साथ ही दूसरे ग्रहों के लोग पृथ्वी पर आक्रमण करने वाले हैं, ऐसा कहा है ।

बाबा वेंगा की वर्ष २०२२ की भविष्यवाणी

‘एलियन्स’ के (दूसरे ग्रहों के लोगों की) पृथ्वी पर आक्रमण करने की संभावना

‘ओमुआमुआ’ नाम के एक छोटे ग्रह से एलियन को पृथ्वी पर जीवन की खोज करने के लिए भेजा जाएगा । इसके बाद ये एलियन पृथ्वी के लोगों पर आक्रमण कर सकते हैं ।

प्राणघातक विषाणुओं का संक्रमण होगा

विश्व का तापमान बढने के कारण रशिया के सायबेरिया भाग में बर्फ पिघलना शुरू होगा । इस कारण विशेषज्ञों का दल प्राणघातक विषाणु की खोज करेंगे । यह विषाणु बहुत संक्रामक होगा और गति से फैलेगा । इस संक्रमण का सामना करने के लिए विश्व की सभी व्यवस्थाएं असफल होंगी ।

मोबाइल आदि के कारण लोग मानसिक रुप से बीमार पडेंगे !

इस वर्ष लोग मोबाइल (भ्रमणभाष), लैपटॉप (भ्रमणसंगणक) और कम्प्यूटर (संगणक) पर अधिक समय देंगे । उनकी यह आदत धीरे धीरे व्यसन का रूप लेगी । इस कारण लोगों की मानसिक स्थिति बिगडेगी और वे मानसिक रुप से बीमार पडेंगे ।

भूकंप और सुनामी का खतरा

विश्व में भूकंप और सुनामी का खतरा बढेगा । हिन्द महासागर के भूकंप के बाद एक बडी सुनामी आएगी । यह आस्ट्रेलिया, न्यूजीलैंड, इंडोनेशिया, भारत सहित विश्व के अनेक देशों के समुद्री किनारे के क्षेत्रों पर परिणाम करेगी । इस सुनामी में

सैकडों लोगों को जान गंवानी पडेगी । 

भारत का तापमान ५० अंश होगा

वैश्विक तापमान बढने का परिणाम भारत पर भी होने वाला है । इस कारण देश के अनेक भागोें का तापमान लगभग ५० अंश सेल्सियस के आसपास पहुंचेगा । इस कारण देश में सूखे की स्थिति निर्माण होगी । तापमान बढने से टिड्डियों की संख्या बढेगी । ये टिड्डियां खेत में फसलों पर आक्रमण करेंगी । इस कारण बडी हानि हो सकती है ।