कांग्रेस के वरिष्ठ नेता रहमान खान द्वारा (मुसलमानों को) ‘अपनों की फटकार’ !
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‘यह अपेक्षा करना साहसिक होगा, कि मुसलमान रहमान खान का परामर्श सुनेंगे एवं उसके अनुसार कार्य करेंगे’ ; ऐसा ही विचार भारतीयों के मन में आएगा ! – संपादक
बेंगलुरु (कर्नाटक) – “देश में मुसलमान अब अल्पसंख्यक नहीं रहे हैं । वे अब २२ करोड हो गए हैं । उन्हें अब राष्ट्र निर्माण के कार्य में अपनी भागीदारी अंकित करनी चाहिए”, ऐसी ‘अपनों की फटकार’ कांग्रेस नेता रहमान खान ने मुसलमानों को दी है । वे एक संवाददाता सम्मेलन में बोल रहे थे ।
रहमान खान ने आगे कहा है कि,
१. मुसलमानों को विकास में योगदान देकर अच्छा नागरिक बनना चाहिए । हमें निरंतर सरकार से मांग करने की अपेक्षा अब समाज को कुछ देने का प्रयास करना चाहिए ।
२. संविधान के अनुच्छेद १४, १५ एवं १६ के अनुसार, यदि कोई समाज पिछडा है एवं उसे सहायता की आवश्यकता है, उस स्थिति में सरकार सकारात्मक पद्धति से सहायता कर सकती है ।
३. कांग्रेस दल धर्मनिरपेक्ष है एवं गत ७० वर्षों से धर्मनिरपेक्षता की रक्षा करता आ रहा है । यदि कांग्रेस धर्मनिरपेक्ष न होती, तब आज उसके पास देश को देने के लिए कुछ भी नहीं होता । (कांग्रेस धर्मनिरपेक्ष होती, तो इस देश में हिन्दुओं की स्थिति दयनीय नहीं होती ! हिन्दुओं को ‘भगवा आतंकवादी’ एवं ‘देश के संसाधनों पर मुसलमानों का प्रथम अधिकार है’, ऐसा नहीं कहा जाता ! भारत का विभाजन धर्म के आधार पर नहीं होता ! – संपादक)