कामागार संघों का विरोध !
नई दिल्ली – देश के सामान्य नागरिकों का भी रेलवे के चिकित्सालयों में उपचार होने की संभावना है । केंद्र सरकार ने इस संबंध में एक प्रस्ताव तैयार कर उत्तर-मध्य रेलवे मंडल समेत रेलवे के सभी मंडल कार्यालयों को भेजा है । देश भर में कुल १२५ रेलवे चिकित्सालय तथा ५८६ स्वास्थ्य इकाइयां और पॉलीक्लिनिक भी हैं । इनमें केवल रेलवे कर्मचारी और उनके परिवार का ही उपचार होता है । इस प्रस्ताव का रेलवे कर्मचारी संघों ने विरोध किया है । उन्होंने कहा, “यदि सामान्य लोगों को उपचार की अनुमति दी जाती है, तो इससे रेलवे कर्मचारियों और रेलवे के सेवानिवृत्त कर्मचारियों को वांछित सेवायें उपलब्ध नहीं होगी ।”