(कहते हैं) ‘चीन पर दबाव निर्माण करने का प्रयास करने पर कुचल देंगे !’

चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग की चेतावनी !

इसे कहते हैं उल्टा चोर कोतवाल को डांटे ! चीन भारत सहित अनेक देशों पर दबाव निर्माण कर वैश्विक महाशक्ति बनने का प्रयास कर रहा है । चीन का यह प्रयास ही विश्व को संघठित होकर कुचलने की आवश्यकता है !

राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने चीन की कम्युनिस्ट पार्टी की शताब्दी के समय देश को संबोधित करते हुए

बीजिंग (चीन) – चीन किसी भी विदेशी शक्ति की दादागीरी और दबाव के नीचे नहीं आएगा व किसी की चापलूसी नहीं करेगा । ऐसा प्रयास किसी ने किया, तो चीन की १४० करोड जनता उसका सिर कुचल देगी, ऐसी चेतावनी चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने चीन की कम्युनिस्ट पार्टी की शताब्दी के समय देश को संबोधित करते हुए दी । यहां के प्रसिद्ध तिएनमेन चौराहे पर आयोजित एक कार्यक्रम में ७० सहस्र से अधिक संख्या में उपस्थित नागरिकों के सामने जिनपिंग बोल रहे थे ।

शी जिनपिंग ने कहा कि,

१. चीनी नागरिकों की दृढ इच्छाशक्ति, निश्चय और उनकी शक्ति को कम नहीं आंकना चाहिए । चीन को काई धमकी दे या उसपर दबाव बनाए, ऐसा प्रयास कोई ना करे ।

२. चीनी ने किसी भी देश को धमकाया नहीं है, ना ही किसी पर दबाव डाला और ना ही किसी एक देश के नागरिकों को चिन्हित किया है । चीन आगे भी ऐसा नहीं करेगा । (श्रीलंका, पाकिस्तान, बांगलादेश, माली आदि देशों के संदर्भ में चीन जो कुछ कर रहा है, वो क्या है ? यह शी जिनपिंग बताएंगे क्या ? – संपादक)

३. चीनी जनता ने १०० वर्षों में एक ध्येय से काम किया और वो सफलता प्राप्त की । आनेवाले समय में चीन को मजबूत और प्रभावी विशेषतापूर्ण समाजवादी देश बनाया जाएगा । समाजवाद ही चीन को बचा सकता है । (समाजवाद ही चीन को एक दिन डुबोएगा, यह चीनी जनता को हमेशा ध्यान में रखना चाहिए ! – संपादक)

४. ताइवान का समस्या का पूर्णरूप से हल करना और उस प्रदेश का चीन में संपूर्ण एकीकृत करना, यह हमारी पार्टी का कभी भी विचलित न होने वाला ध्येय है । ( ताइवान स्वतंत्र देश है । उसको चीन में एकीकृत करना, यह चीन की दादागीरी है । इसका संपूर्ण विश्व को विरोध करना चाहिए ! – संपादक)