पुलिस पर आक्रमण का प्रयास, पुलिस द्वारा की  गर्इ  गोलीबारी में धर्मांध घायल

बलात्कार प्रकरण के दोषियों पर द्रुत गति (फास्ट ट्रैक) न्यायालय में अभियोग (केस) चला कर मृत्युदंड दिलाने का प्रयास करने पर ही ऐसी घटनाएं नहीं होगी !

कोकराझार (असम) – यहां कुछ दिन पूर्व दो अवयस्क आदिवासी बहनों पर बलात्कार कर उनकी हत्या कर दी गई थी तथा उनके शव एक पेड पर लटका दिए थे । पुलिस ने इस प्रकरण में मुजम्मिल शेख, नजीबुल शेख, फारुक रहमान तथा चार अन्य व्यक्तियों को गिरफ्तार किया था । इनमें से फारुक रहमान को जांच के लिए घटनास्थल ले जाया गया था । उसने वहां अपना भ्रमणभाष (मोबाइल ) होने का दावा किया था । घटनास्थल पर, जहां मोबाइल फोन होने का उसने दावा किया था, वहां एक धारदार शस्त्र था तथा उसे लेकर उसने उपस्थित पुलिस पर आक्रमण किया एवं भागने का प्रयास किया । तब पुलिस ने उस पर गोलीबारी की । इसमें घायल हो जाने के कारण उपचार के लिए उसे चिकित्सालय भर्ती किया गया ।