गलवान में संघर्ष के उपरांत गत एक वर्ष में ४३ प्रतिशत भारतीयों ने चीनी वस्तुओंसे मुंह मोड़ा ! – सर्वेक्षण का निष्कर्ष

यद्यपि ४३ प्रतिशत लोगों ने मुंह मोड़ लिया है, तथापि ५७ प्रतिशत लोगों ने चीनी वस्तुएं खरीदी होंगी, यही इससे ध्यान में आता है और यह संख्या अधिक है एवं यह भी ध्यान में आता है कि लोगों में अभी भी देशभक्ति जगाने की जरूरत है !

नई देहली : लद्दाख की सीमा पर स्थित गलवान घाटी में गत वर्ष भारतीय सैनिकों का चीनी सैनिकों के साथ संघर्ष हुआ था , जिससे पूरे देश में चीन के विरोध में आक्रोश फैल गया था । चीन को सबक सिखाने के लिए सरकारी स्तर पर चीनी प्रतिष्ठानों का और नागरिकों द्वारा चीनी वस्तुओं का बहिष्कार प्रारंभ कर दिया गया था । केंद्र सरकार ने चीनी ऐप्स को बंद कर दिया, जबकि कई चीनी प्रतिष्ठानों को दिए गए अनुबंध निरस्त कर दिए गए । एक ब्योरे के अनुसार, चीनी वस्तुओं का बहिष्कार करने के आवाहन के कारण , पिछले एक वर्ष में ४३ प्रतिशत भारतीयों ने चीनी वस्तुओं से मुंह मोड़ लिया है । ‘लोकलक्रिल्स’ ने इसका सर्वेक्षण किया है । ’लोकलक्रिल्स’ ने पिछले वर्ष नवंबर में इसी प्रकार का एक सर्वेक्षण किया था । उसके अनुसार ७१ प्रतिशत भारतीय नागरिकों ने उस समय चीन में निर्मित कोई भी उत्पाद नहीं खरीदा था ।