कोलकाता में धर्मांधों द्वारा श्री महाकाली माता के मंदिर को तोडा गया !

  • मंदिर की मूर्ती भी तोड दी !

  • बंगाल में हिंदु विरोधी तृणमूल कांग्रेस को चुनने वाले हिंदूओं को अब तो उनकी गलती का आभास होगा क्या ?

  • तृणमूल कांग्रेस की ओर से हिंदूओं का और उनके धार्मिक स्थलों का रक्षण न होने से राज्य में राष्ट्रपती शासन लागू कराना ही उचित होगा !

मंदिरातील भग्न मूर्ती और पत्रकार संजीब बसू

कोलकाता (बंगाल) – यहां के बालीगंज तिलजला और चंदन नगर में १० जून के दिन हिंदु और मुसलमानों के बीच हुई हिंसा के बाद यहां बडे पैमाने पर पुलिस बल तैनात की गई है । धर्मांधों ने यहां के श्री महाकाली मंदिर की तोडफोड की । इस विषय में पूलिस ने कोई भी अधिकारिक तौर पर जानकारी नहीं दी । (यदि यहां किसी ने अल्पसंख्यकों के धार्मिक स्थल की तोडफोड की होती, तो पुलिस ने उसकी जानकारी तुरंत दी होती और उसके लिए हिंदूओं को उत्तरदायी ठहराया होता ! हिंदूओं से सत्य स्थिति छुपाकर रखने वाली बंगाल पुलिस हिंदू विरोधी ही है ! – संपादक)

इसके बाद पुलिस ने दोनो धर्मों के लोगो की एकत्रित बैठक बुलाई थी । इस हिंसा का विडिओ सोशल मीडिया पर प्रसारित हुआ है । इसमें पुलिस हिंसा करने वालों पर लाठीचार्ज कर रही है और साथ ही कुछ लोगों को पकड कर ले जा रही है, ऐसा दिख रहा है । राज्यपाल जगदीप धनखड ने भी इस घटना की जानकारी ली है । उन्होंने राज्य की कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए मुख्यमंत्री ममता बैनर्जी को कहा ।

१. यहां एक अवैध दुकान मालिक का ग्राहक से झगडा होने के बाद धर्मांधों ने पत्थरबाजी करना आरंभ किया । उन्होंने पुलिस पर हमला कर, उनके वाहनों को हानी पहुंचाई । यहां के भाजपा के स्थानीय कार्यकर्ता देवदत्त माझी ने बताया कि, धर्मांधों ने यहां के श्री महाकाली मंदिर की भी तोडफोड की । मंदिर की मूर्ती की भी तोडफोड की गई, साथ ही दिवारें भी गिरा दी गई ।

२. माझी ने सोशल मिडिया पर विडिओ प्रसारित कर बताया कि, इस भाग के हजारी गली में हिंदू फंस गए हैं । उन्हे छुडाने का प्रयास करना चाहिए ।

३. इस विडिओ में देसी बम फेंके जाने का भी दिख रहा है । इस तोडफोड के समय, पत्रकार संजीब बसू को भी मारा गया ।