चीनी एप्स के द्वारा २४ दिनों में पैसे दोगुने करने का लालच देकर धोखाधडी करनेवाले गुट को नियंत्रण में लिया गया !

५ लाख भारतीय लोगों से लूटे लिए १५० करोड रुपए !

भारत सरकार को अब चीन के प्रत्येक एप पर प्रतिबंध लगाना चाहिए, इससे यही ध्यान में आता है !

प्रतिकात्मक छायाचित्र

नई देहली – देहली पुलिस की साइबर शाखा ने एक गुट को नियंत्रण में लिया था । इस गुट ने चीनी एप्स के द्वारा ५ लाख भारतीय लोगों के साथ धोखाधडी कर १५० करोड रुपए लूटे हैं । इस गुट ने, ‘हम २४ दिनों में पैसे दोगुने कर देते हैं’, ऐसा बताते हुए लोगों के साथ धोखाधडी की है, साथ ही उन्होंने लोगों की व्यक्तिगत जानकारी भी चोरी की है । इस प्रकरण में पुलिस ने कुल ११ लोगों को नियंत्रण में लिया है, जिनमें २ लोग सनदी लेखापाल हैं । पुलिस ने २ चीनी एप्स के विरुद्ध भी कार्यवाही की है ।

पुलिस उपायुक्त अन्येश रॉय ने बताया, कि

१. भारत में ‘न्यू ब्लड’, ‘ईजी प्लान’ और ‘सन फैक्टरी’ नाम के एप्स बडी मात्रा में डाउनलोड किए जा रहे थे । केवल डेढ महीने में ही ५० लाख भारतीयों ने ये एप्स डाउनलोड किए । हमारी साईबर शाखा ने भी इनमें से एक एप डाउनलोड किया । उसका विश्लेषण करने पर ध्यान में आया कि ये एप्स चीन से चलाए जा रहे थे और उनका सर्वर भी चीन में है ।

२. इस एप के द्वारा लोगों को २४ दिनों में पैसे दोगुने करने को बताया जा रहा था । इसके लिए न्यूनतम ३०० रुपए का निवेश किया जा रहा था । साईबर शाखा ने भी छद्म ग्राहक बनकर इसमें पैसे का निवेश किया । उससे यह ध्यान में आया कि चीनी नागरिकों के बताए अनुसार भारत में स्थित उनके लोग ग्राहकों को लूट रहे हैं ।

३. उसके उपरांत देहली और बंगाल में कार्यवाही कर कुछ लोगों को नियंत्रण में लिया गया । बंगाल से शेख रोबिन को नियंत्रण में लिए जाने पर देहली से अविक काडिया, रौनक बंसल, उमाकांत आकाश जोयस, वेद चंद्रा, हरिओम, अभिषेक, अरविंद, शशि बंसल, मिथलेश शर्मा और अन्य कुछ लोगों को नियंत्रण में लिया गया । इनमें से अविक काडिया और रौनक बंसल सनदी लेखापाल हैं । उनसे ३० चलितभाष संच भी नियंत्रण में लिए गए । उनके पास २९ बैंक खाते होने की जानकारी मिली है, जिनमें ९७ लाख रुपए थे । इस प्रकरण में पुलिस चीन सरकार की संलिप्ता की संभावना होने की भी जांच कर रही है ।

४. इन आरोपियों ने छद्म नाम से बैंक खाते खोले थे, साथ ही प्रतिष्ठान भी बनाए थे । शेख रोबिन ३० प्रतिष्ठान चलाता था, तो अविक काडिया ११० प्रतिष्ठान चलाता था ।

५. पहली बार ३०० रुपए का निवेश करने पर ग्राहकों को २४ दिनों में वे दोगुनी राशि देते थे । उसके उपरांत जब लोग अधिक धन का निवेश कर देते थे, तब उन्हें पैसे वापस नहीं दिए जा रहे थे; परंतु एप पर ‘पैसे जमा किए गए हैं’, यह संदेश भेजा जा रहा था । परंतु वास्तव में बैंक खाते में पैसे जमा नहीं हो रहे थे ।