- ब्रिटेन में पाकिस्तानी मूल के पूर्व आतंकवादी ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई!
- इस घटना ने निश्चित रूप से इस बात पर प्रकाश डाला है कि दुनिया भर में एक विशेष संप्रदाय के लोग आतंकवाद को क्यों अपनाते हैं या धर्मांध हो जाते हैं। इस पूर्व आतंकी के आरोप क्यों निराधार हैं क्या अब इस्लामिक संगठन और उनके समर्थक सामने आकर बताएंगे ?
- इससे स्पष्ट होता कि मुसलमान बच्चों को जिहाद की घूटी कौन पिलाता है । विश्व व भारत में तथाकथित धर्मनिरपेक्षतावादियों को इस पर ध्यान देकर देखना चाहिए कि विश्व भर के ऐसे बच्चों को घर पर कैसे संस्कार दिए जाते हैं !
- कट्टरपंथियों के घरों में ही नहीं मदरसों में भी दी जाने वाली शिक्षाओं से भी आतंकवादी पैदा होते हैं, अनेक घटनाओं से इसका खुलासा हुआ है, कि वहां किस तरह की शिक्षा दी जाती है । इस पर अब गंभीरता से विचार किया जाना चाहिए !
लंदन: लंदन में पाकिस्तानी मूल के २९ वर्षीय पूर्व जिहादी आतंकवादी ने अपने माता-पिता के विरुद्ध पुलिस में शिकायत दर्ज कराई है । ’’ मेरे माता-पिता ने मुझे ५ वर्ष की आयु से कट्टरता सिखाना शुरू कर दिया था। उन्होने इस्लाम के लिए लड़ना, गैर-मुसलमानों से घृणा करना और जिहादी सलाफीवाद के अंतर्गत ब्रिटेन के विरोध में युद्ध करने की शिक्षा दी । उन्होंने कहा, “मेरे भाई-बहन भी जिहादी विचारधारा के हो गए हैं।” मुस्लिम युवाओं का ब्रेनवॉश करने के लिए अल-कायदा के आतंकवादी अलनवर अल अवलाकी की कक्षाएं आयोजित की गईं। इस आतंकी ने भी इसमें हिस्सा लिया था। अवलाकी यमन में मारा गया था। ब्रिटेन के आतंकवाद विरोधी पथक ने पूर्व आतंकवादी को गिरफ्तार कर सुरक्षित स्थाने पर रखा है। इस पूर्व आतंकी का नाम अभी प्रकाश में नहीं आया है।
पूर्व आतंकी ने कहा, ‘मेरे माता-पिता कहते थे कि इस्लाम के विरोध में युद्ध चल रहा है । मुझे अपने देश के विरुद्ध युद्ध करने के लिए तैयार रहना चाहिए । मैं पिछले पांच वर्षों से उनके संपर्क में नहीं हूं।’