-
५ पुरुषों में से एक की धूम्रपान से संबंधित रोगों से होती है मृत्यु !
- तंबाकू से प्राप्त होने वाले राजस्व को देखते, हुए विश्व का एक भी देश तंबाकू से संबंधित उत्पादों पर प्रतिबंध नहीं लगाता है, यह ध्यान में लें ! साथ ही, यह भी ध्यान रखें कि, भारत के अब तक के शासकों ने जनता को साधना न सिखाने के कारण भारत के लोग मद्य, तंबाकू, आदि व्यसनों के अधीन हो जाते हैं !
नई दिल्ली : पूरे विश्व में ११० करोड लोग धूम्रपान करते हैं । वर्ष १९९० के पश्चात, विश्व भर में धूम्रपान करने वालों की संख्या में १५ करोड लोगों की वृद्धि हुई । विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार यह संख्या १३० करोड से अधिक है । प्रति पांच पुरुषों में से एक की मृत्यु धूम्रपान से संबंधित रोगों के कारण हो जाती है । एक नए अध्ययन में यह बात सामने आई है । शोधकर्ताओं ने २०४ देशों के आंकडों का विश्लेषण करने के उपरांत यह निष्कर्ष निकाला है ।
अध्ययन परियोजना की प्रमुख मॅरिसा रेटस्मा ने कहा कि, यह पाया गया है कि विश्व में के युवा व्यसनों के अधीन हुए हैं । वर्ष २०१९ में लगभग ८० लाख लोगों की धूम्रपान के कारण मृत्यु हुई । धूम्रपान के द्वारा हुए हृदय रोग के कारण १० लाख ७० सहस्र से अधिक व्यक्तियों की मृत्यु हुई । श्वास नलिका, फेफडे के कर्करोग (कैंसर), आदि के कारण अनुमानित १० लाख ३० सहस्र लोगों की मृत्यु हुई । हृदयाघात (दिल के दौरे) से लगभग १० लाख लोगों की मृत्यु हुई ।