- एन.सी.ई.आर.टी. का पिछले १४ वर्षों से हिंदूद्वेष चालू !
- ‘केंद्र में कांग्रेस की सरकार न होते हुए भी इस प्रकार का हिंदुद्वेष अभी भी कैसे चालू है ?’ ऐसा प्रश्न हिंदुओं के मन में आने पर आश्चर्य न लगे !
- केंद्र सरकार इस ओर तुरंत ध्यान देकर इसमें बदलाव करें, ऐसा हिंदुओं को लगता है !
नई दिल्ली – एन.सी.ई.आर.टी. के ५ वीं कक्षा की अंग्रेजी की पुस्तक में मेरीगोल्ड के युनिट ८ में ‘द लिटिल बुली’ इस अध्याय में जानबूझकर हिंदुओं के देवताओं का अपमान करने का प्रयास पिछले १४ वर्षों से हो रहा है । उसी प्रकार एक अन्य पुस्तक में ‘अब्दुल’ नाम के लडके को अच्छा काम करने वाला दिखाया गया है ।
१. ‘एडवायजरी कमेटी फॉर टेक्स्ट बुक एट द प्रायमरी लेवल’ की अध्यक्षा अनीता रामपाल के नेतृत्व में वर्ष २००७ में यह पुस्तक तैयार की गई है । इसमें भगवान विष्णु के ‘हरि’ नाम का प्रयोग कर अपमान किया गया है । ‘द लिटिल बुली’ इस अध्याय में पात्र का नाम ‘हरि’ होकर वह लडकियों को चिढाता है, उनकी चोटी खींचता है, उनके ऊपर दादागीरी करता है । इस कारण लडके उससे डरते हैं, उससे द्वेष करते हैं, ऐसा दिखाया गया है । अंत में एक केकडा उसे काटता है और उसे सबक सिखाता है, ऐसे बताया है ।
२. ब्रिटेन के एनिड ब्लिटन की ‘चिमनी कॉर्नर स्टोरीज’ इस पुस्तक में ‘द लिटिल बुली’ यह अध्याय है । इसके मूल लेखक और उनकी मूल कथा का अभ्यास करने पर उसमें इस लडके का नाम ‘हेन्री’ है । एन.सी.ई.आर.टी. ने यह अध्याय इस पुस्तक में लेते हुए उसका नाम ‘हरि’ किया है । इस माध्यम से हिंदुओं के देवताओं का अपमान किया गया है ।
‘अब्दुल’ अच्छा लडका होना यह दिखाने वाली पुस्तक !
एन.सी.ई.आर.टी. के चौथी कक्षा की ई.वी.एस. पुस्तक के कुछ अध्यायों में ‘अब्दुल’ नाम का पात्र सतत दिखाई देता है । वह प्रत्येक काम अच्छे करता है, अन्यों का सहायता करता है, ऐसा दिखाया गया है । २७ क्रमांक का अध्याय ‘चुस्की गोज टू स्कूल’ में अब्दुल एक अपाहिज लडकी को स्कूल जाने में सहायता करता है, ऐसा दिखाया गया है, तो क्रमांक १९ के ‘अब्दुल इन द गार्डन’ में अब्दुल अपने पिता को बागवानी के काम में सहायता करता है, ऐसा दिखाया गया है ।