इस्लामी, साथ ही अन्य आक्रांताओं द्वारा बदले हुए गांवों और शहरों के नाम वैसे ही रखना, यह गुलामी का लक्षण है । दिल्ली का नाम, और देश के प्रत्येक शहरों के प्राचीन नाम खोज कर उस अनुसार रखना चाहिए ! हिंदू राष्ट्र में ऐसा बदलाव किया जाएगा !
ऐसा न हो कि ऐसी मांग राष्ट्रप्रेमियों और धर्मप्रेमियों को करनी पडे । सरकार स्वयं ऐसे बदलाव करे,ऐसा हिंदूओं को अपेक्षित है !
नई दिल्ली – भारत की राजधानी दिल्ली का नाम बदलकर ‘इंद्रप्रस्थ’ रखना चाहिए, ऐसी मांग भाजपा के वरिष्ठ नेता और सांसद डॉ. सुब्रह्मण्यम् स्वामी ने ट्वीट कर किया है । इसके लिए उन्होनें द्रौपदी ट्रस्ट की डॉ. मिश्रा द्वारा किए संशोधन का संदर्भ दिया है ।
‘इंद्रप्रस्थ’ नाम करने तक देश में झगडे चालू रहेंगे, ऋषियों द्वारा किया गया दावा ! डॉ. स्वामी ने ट्वीट में लिखा है कि, डॉ. नीरा मिश्रा के शोध में मिली जानकारी राजधानी दिल्ली का पुन: नामकरण करने के लिए बहुत है । तमिलनाडु के एक महान ऋषि ने मुझे बताया कि, जबतक दिल्ली का नाम बदलकर ‘इंद्रप्रस्थ’ नहीं किया जाता, तबतक देश में झगडे चालू रहेंगे ।
महाभारत के साथ ब्रिटिश और मुगल काल में इंद्रप्रस्थ का उल्लेख !
डॉ. नीरा मिश्रा ने अपने संशोधन में अनेक साक्ष्य एकत्रित किए हैं, जिनके द्वारा दिल्ली का पूर्व में नाम ‘इंद्रप्रस्थ’ था । इसमें महाभारत का भी उल्लेख किया गया है । उसी तरह वर्ष १९११ की अंग्रेजों की अधिसूचना में भी इसका उल्लेख है । ब्रिटिश और मुगल काल में राजस्व और अन्य अभिलेखों में दिल्ली का नाम ‘इंद्रप्रस्थ’ होने का उल्लेख है ।