इतने बडे पैमाने में घोटाला होते हुए प्रशासन क्या कर रहा था ?’ ऐसा प्रश्न जनता के मन में आ रहा होगा ! सरकार को अब इसकी जांच कर संबंधितों पर कठोर कार्यवाही करनी चाहिए !
बेंगलूरू (कर्नाटक) – भाजपा के सांसद तेजस्वी सूर्या ने शहर के अस्पतालों में पलंग के लिए घूस लेने का आरोप करने के बाद अब अस्पतालों में ३ सहस्र २१० पलंग खाली है ऐसा संबंधित वेबसाईट पर दिखाया जा रहा है । कलतक एक भी पलंग खाली नहीं है, ऐसा इस वेबसाईट पर दिखाया जा रहा था । इससे पलंग की उपलब्धता में घोटाला किया गया है, यह उजागर हुआ है । सांसद सूर्या ने पालिका के कोविड वॉर रूम में मुसलमानों को बडी संख्या में भरती करने का आरोप लगाया था । इसके बाद सत्य सामने आते ही ठेकेदार के १७ कर्मचारियों को निकाल दिया है ।
१. सरकारी कोटे के १२ सहत्र ७३६ पलंगों में से आई.सी.यू. विभाग की, साथ ही वेंटिलेटर से जुडे पलंग उंगलियों पर गिन लें, इतने ही पलंग खाली है, ऐसा दिखने वाली सेंट्रल हॉस्पिटल की बेड मैनेजमेंट की वेबसाईट पर अब ३ सहस्र २१० पलंग खाली हैं, ऐसा दिखाया जा रहा है ।
२. इनमें से सरकारी मेडिकल कॉलेज अस्पताल में १२, सरकारी अस्पताल में ६७, निजी मेडिकल कॉलेज में १ सहस्र १९७, निजी अस्पताल में ४०२ ऐसे कुल १ सहस्र ६९३ पलंग खाली हैं । इतना ही नही, तो ऑक्सीजन की उपलब्धता वाले कोविड केयर सेंटर में १ सहस्र ५१७ पलंग खाली हैं । १२७ निजी अस्पतालों में सरकारी कोटे की २९ आई.सी.यू. विभाग में, और १३ वेंटिलेटर पलंग खाली हैं ।
पलंग घोटाले के पीछे मुसलमान संघठनों का हाथ होने का संदेह ! – मंत्री ईश्वरप्पा
पलंग घोटाले में अधिकतर मुसलमान समाज के लोग हैं, ऐसा दावा राज्य के मंत्री ईश्वरप्पा ने शिवमोगा में किया । उन्होंने कहा कि, राज्य में हम जीवन का संघर्ष कर कोविड के विरोध में लड रहे हैं; लेकिन शासन को गलत ठहराने के लिए कुछ व्यक्ति प्रयास कर रहे हैं । इसके पीछे कौन है, यह जांच के बाद उजागर होगा और उनपर कार्यवाही की जाएगी ।