उत्तर प्रदेश में कानून और सुव्यवस्था की बुरी स्थिति चालू ही है ! राज्य में गो हत्या बंदी कानून होने पर भी इस प्रकार गोतस्करी होती ही कैसे है ? जो जानकारी गोरक्षकों को मिलती है वो पुलिस को क्यों नही मिलती ? या ‘पुलिस गोतस्करों से हफ्ता लेती है’, ऐसा हिंदूओं को समझना चाहिए क्या ?
आगरा (उत्तर प्रदेश) – यहां के रायभा में ४ अप्रैल की रात हिंदु महासभा के जिला अध्यक्ष रौनक ठाकुर गोतस्करी रोकने गए थे। उसी समय उनके ऊपर धर्मांधों द्वारा प्राणघातक हमला किया गया । इस हमले में उनके गंभीर रुप से घायल होने पर उन्हें अस्पताल में भर्ती किया गया है ।
ठाकुर ने बताया कि, राजस्थान के नं वाली एक गाडी के कंटेनर में गोवंशियों की तस्करी हो रही है, यह जानकारी मिली थी । इस गाडी को टोल प्लाजा पर कार्यर्ताओं के साथ रोकने का प्रयास करते समय गाडी की गति बढा दी । मैंने गाडी का पीछा करते हुए खिडकी पकडी । तब गाडी से धर्मांधों ने लोहे की छड और धारदार हथियार से हमला किया । उनके द्वारा खिडकी खोलने पर मैं नीचे गिर पडा । बाद में धर्मांध गाडी के साथ भाग निकले । इस घटना के विषय में पुलिस को बताया गया । कल्लू, पप्पू और शरीफ आरोपियों के नाम हैं ।