बांग्लादेश की हिंसा के पीछे प्रतिबंधित जिहादी संगठन जमात-ए-इस्लामी का हाथ !

किसी संगठन पर प्रतिबंध लगाने का मतलब यह नहीं है कि उसकी गतिविधियां समाप्त हो जाती हैं ! ऐसे प्रतिबंधित संगठनों को पूरी तरह से समाप्त करना आवश्यक है !

नई दिल्ली : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की बांग्लादेश यात्रा से पहले और बाद में हिंसा में १२ लोग मारे गए हैं । उनकी यात्रा का बांग्लादेश में कट्टरपंथियों ने विरोध किया था । हिंसा में प्रतिबंधित संगठन जमात-ए-इस्लामी का हाथ होने की बात सामने आई है ।

१. पुलिस, मीडिया और सरकारी कार्यालयों को निशाना बनाने के लिए यह साजिश रची गई थी । जमात-ए-इस्लामी ने इसके लिए बडी रकम बांटी है । इसका उद्देश्य कानून और व्यवस्था के नाम पर प्रधानमंत्री शेख हसीना को घेरना था ।

२. एक रिपोर्ट के अनुसार, जमात-ए-इस्लामी और हिफाजत-ए-इस्लाम के नेताओं एवं उनके ठिकानों पर छापा मारने के लिए कहा गया है । जरूरत पडने पर उन्हें गिरफ्तार भी किया जाएगा ।