(कहते हैं) होली, मद्यपान और नशीले पदार्थों का सेवन करने का त्योहार !’

फरूखाबाद (उत्तरप्रदेश) शांतता समिति की बैठक में शहर दंडाधिकारी अशोक कुमार मौर्य का हिंदूद्रोही विधान !

ऐसा विधान अन्य धर्मियों के उत्सवों के लिए करने का साहस कोई प्रशासकीय अधिकारी नहीं दिखा सकता; कारण उसका परिणाम उसे ध्यान रहता है, यह ध्यान रखिए !

फरूखाबाद (उत्तरप्रदेश) – होली एक ऐसा उत्सव है जिसमें लोग मद्यपान करते हैं, नशा करते हैं । यह उत्सव नशीले पदार्थों का सेवन करने का उत्सव है । इस कारण शहर में किसी भी संदेहास्पद घटना की ओर प्रशासन को सतर्कता से ध्यान देना पडेगा । यदि आपको कहीं भी मद्य और नशीले पदार्थों की बिक्री होने की जानकारी मिले, तो तुरंत पुलिस को दें, ऐसा आवाह्न शहर के दंडाधिकारी अशोक कुमार मौर्य ने शांतता समिति की बैठक में बोलते हुए किया । इस बैठक में होली और शब-ए-बारात इन उत्सवों के संबंध में नियोजन के विषय पर चर्चा की गई ।

दंडाधिकारी मौर्य के होली के विषय पर विधान सुनकर वहां उपस्थित अधिवक्ता डॉ. दीपक द्विवेदी क्रोधित हुए । उन्होंने मौर्य से क्षमा मांगने को कहा । (हिंदूओं के उत्सवों के विषय में अयोग्य विधान करने वालों का तत्काल विरोध करने वाले अधिवक्ता डॉ. दीपक द्विवेदी का अभिनंदन ! – संपादक) इसके बाद हिंदु जागरण मंच के कार्यकर्ताओं ने मौर्य का विरोध करते हुए चौक बाजार में प्रदर्शन करते हुए उनका पुतला जलाया ।