देश में महिलाओं के विवाहबाह्य संबंधों में बढोतरी ! – उच्चतम न्यायालय का निष्कर्ष

पति द्वारा शारीरिक सुख न मिलने से बढोतरी

भारतीय स्त्री शालीन, सभ्य और पवित्र समझी जाती थी; लेकिन इस सर्वेक्षण से भारतीय महिलाओं का तेजी से हो रहा पतन हमारे ध्यान में आ रहा है । स्वतंत्रता के बाद से अभी तक के शासनकर्ताओं द्वारा साधना न सिखाने का यह परिणाम है । साधना सिखाई होती, तो महिला और पुरूष दोनों ने धर्माचरण किया होता और उनका पतन नहीं हुआ होता !

नई दिल्ली – भारत में ३० से ६० वर्ष की महिलाओं के उपर किए गए सर्वेक्षण में ४८ प्रतिशत महिलाओं का विवाहबाह्य संबंध है, ऐसा सामने आया है । विशेष यह कि केवल विवाहबाह्य नहीं, तो इन संबंधों के कारण बच्चे होने वाली महिलाओं का भी समावेश है ।

१. फ्रेंच एक्स्ट्रा मेरिटल डेंटिंग एप ‘ग्लिडन’ की ओर से यह सर्वेक्षण किया गया । भारत में इसके १३ लाख प्रयोगकर्ता हैं । ‘ग्लिडन’ एप ऐसी महिलाओं के लिए बनाया गया है, जो पहले से ही रिलेशनशिप में हैं या विवाहित हैं । यह एप महिलाओं ने ही महिलाओं के लिए बनाया है और प्रेम, शारीरिक संबंध और मित्रता के विषय में महिलाओं की मदद करना यह उद्देश्य है ।

२. महिलाओं का विवाहबाह्य संबंध होने के लिए अनेक कारणों का होना, इस सर्वेक्षण से सामने आया है । सबसे महत्वपूर्ण कारण यह कि वे अपने शारीरिक सुख संबंधी जीवन से संतुष्ट नही हैं । ६४ प्रतिशत महिलाएं उनके पति से शारीरिक सुख न मिलने के कारण विवाहबाह्य संबंध रख रही हैं ।

३. विवाहबाह्य संबंधों में रहने वाली ७६ प्रतिशत महिलाएं उच्चशिक्षित होने के साथ साथ ७२ प्रतिशत महिलाएं स्वावलंबी भी हैं ।