|
कोझिकोड (केरल) – केरल में कट्टरपंथी इस्लामिक संगठन से सम्बद्ध ‘समस्टा केरळ सुन्नी स्टुडंट्स फेडरेशन’ (एस.के.एस.एस.एफ.) ने मांग की है कि, केरल के मालाबार डिवीजन में मुसलमान-बहुल क्षेत्र को ‘मालाबार राज्य’ घोषित किया जाए । एस.के.एस.एस.एफ. की स्थापना १९८९ में हुई थी और इसे कट्टरपंथी इस्लामी विचारधारा के लिए जाना जाता है । उसने हमेशा मुसलमान लीग को राजनीतिक समर्थन दिया है । राज्य में कट्टरपंथी इस्लामी समूहों ने लंबे समय से केरल में मुसलमान बहुल मालाबार क्षेत्र के विभाजन का आह्वान किया है ।
Islamic organisation wants to carve Muslim-majority ‘Malabar’ out of Kerala, threatens to start Telangana-like agitationhttps://t.co/BpBXpZ9N3I
— OpIndia.com (@OpIndia_com) February 19, 2021
१. यह मांग एस.के.एस.एस.एफ. के मुखपत्र ‘सत्यधारा’ के संपादक अनवर फैसी ने की है । उन्होंने मांग की है कि कोझिकोड नए मालाबार राज्य की राजधानी होनी चाहिए । इस राज्य में उत्तर केरल के कासरगोड, कन्नूर, वायनाड, कोझिकोड और मलप्पुरम, जहां बडी संख्या में मुसलमान रहते हैं, उनको इस नए राज्य में सम्मिलित किया जाए । (ऐसे संपादक अपने मुखपत्र से ऐसा विष वमन करेंगे यह न सोचना ही बेहतर है ! – संपादक)
२. अनवर फैसी ने कहा कि, ‘केरल सरकार ने मालाबार की अनदेखी की है । मालाबार के दस हजार छात्र बारहवीं कक्षा में प्रवेश के लिए भटक रहे हैं, जबकि तिरुवनंतपुरम और कोच्चि में हजारों सीटें खाली हैं । दक्षिण मालाबार में निजी व के.एस.आर.टीसी. बसों का एकाधिकार हो रहा है । यह भेदभाव ऐसी कई चीजों में परिलक्षित होता है । केरल सरकार राज्य के दक्षिणी हिस्से को ज्यादा महत्व देती है ।’ (क्या कोई बच्चा भी इस पर विश्वास करेगा ? कट्टरपंथियों को कितना पुचकारें, फिर भी वे असंतुष्ट ही रहते हैं । इससे पता चलता है कि हिंदू विरोधी और मुसलमान-विरोधी कम्युनिस्ट सरकार आगे जाकर ऐसी ही मांग करे तो आश्चर्य नहीं होना चाहिए ! – संपादक)
३. फैसी ने केरल सरकार से मालाबार के लिए एक विशेष पैकेज लागू करने की मांग की है और केरल के मुख्यमंत्री को सप्ताह में तीन दिन इस क्षेत्र में रहने के लिए कहा है ।