४०,००० कि.मी. राष्ट्रीय राजमार्ग ‘सुरक्षा ऑडिट’ में सम्मिलित !
स्वतंत्रता के ७४ वर्षों के बाद भी भारत में सडक दुर्घटनाओं को गंभीरता से नहीं लिया जाता है, वर्तमान शासकों के लिए यह लज्जास्पद है !
नई दिल्ली : सडक दुर्घटनाओं में भारत विश्व में पहले स्थान पर है, जो दुर्भाग्यपूर्ण है । भारत के बाद, अमेरिका और चीन का स्थान है । सडक दुर्घटनाओं में मारे गए लोगों में, लगभग ७० प्रतिशत १८ से ४५ वर्ष आयु के बीच के लोग हैं । देश में हर दिन ४१५ लोग सडक दुर्घटनाओं में मारे जाते हैं । यह स्थिति कोरोना महामारी से भी अधिक गंभीर है, जो भविष्य में अधिक चिंताजनक हो सकती है । ‘परिवहन मंत्री के रूप में, मैं इस बारे में बहुत संवेदनशील और गंभीर हूं’, केंद्रीय परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने कहा । वे इंटरनेशनल रोड फेडरेशन की ओर से आयोजित एक वेबिनार में बोल रहे थे । देश में सडक दुर्घटनाओं में कमी लाने के लिए ४०,००० किमी राष्ट्रीय राजमार्ग ‘सेफ्टी ऑडिट’ में समाविष्ट किए गए हैं । गडकरी ने यह भी कहा कि, ‘इन राजमार्गों का ऑडिट किया जाएगा और उनके दोष और कमियों को सुधारा जाएगा ।’
गडकरी ने आगे कहा कि, ‘कई सडक योजनाएं गलत और त्रुटिपूर्ण थीं और उनमें सैकड़ों तकनीकी कमियां भी हैं, जिनके कारण सडकों पर दुर्घटनाओं के ‘स्पॉट’ तैयार होते हैं । विकास परियोजनाओं को सक्षम प्राधिकरण द्वारा जांचा जाना चाहिए और उनमें आवश्यक बदलाव किये जाने चाहिए । यह एक तटस्थ निकाय द्वारा देखा जाना चाहिए ।’