अपने माता-पिता की उपेक्षा करनेवाली नई पीढी को अपने कर्तव्य के प्रति जागरूक करने हेतु वाशिम जिला परिषद ने लिया प्रशंसनीय निर्णय ! इस पर पूरे देश में कार्रवाई की जानी चाहिए !
वाशिम (महाराष्ट्र) – वाशिम जिला परिषद ने निर्णय लिया है कि जिला परिषद के जो कर्मचारी, वृद्धावस्था में अपने माता-पिता की देखभाल नहीं करते हैं, उन्हें अपने वेतन की ३० प्रति शत राशि अपने माता-पिता के खाते में जमा करनी होगी ! वाशिम पंचायत समिति की अध्यक्षा रेशमा गायकवाड ने इस संबंध में जिला परिषद की आम बैठक में यह प्रस्ताव प्रस्तुत किया, जो तालियों के साथ पारित हुआ एवं जिला परिषद ने वैसा निर्णय भी लिया ।
यदि माता-पिता जिला परिषद में इस प्रकार का परिवाद करते हैं, तो सर्वप्रथम संबंधित कर्मचारी की जांच कर उसे कडी चेतावनी दी जाएगी । उसके पश्चात भी यदि वह नहीं सुनता है, तो उसके वेतन से ३०% राशि काटकर वह संबंधित कर्मचारी के माता-पिता के खाते में जमा की जाएगी । जिला परिषद अध्यक्ष चंद्रकांत ठाकरे ने यह जानकारी दी ।