भारत में प्रसारित हिन्दी चलचित्रों में उर्दू और अंग्रेजी मिश्रित हिन्दी का प्रयोग !

१० जनवरी को विश्व हिन्दी दिवस मनाया गया !

  • हिन्दी चलचित्र का कार्य अंग्रेजी में चलता है !

  • ऊंचे समाज और अंग्रेजी संस्कृति में लिप्त अभिनेताओं और अभिनेत्रियों को हिन्दी सीखनी पडती है !

हिन्दी चलचित्र द्वारा हिन्दी पर उर्दू और अंग्रेजी भाषाओं का होनेवाला आक्रमण गंभीर है । यह समाज को प्रभावित करता है, इसलिए केंद्र और राज्य सरकारों को शालाओं एवं मनोरंजन के क्षेत्र में भी हिन्दी के शुद्धिकरण के लिए प्रयास करना चाहिए !

मुंबई – हिन्दी चलचित्र समाज, जिसे बॉलीवुड के नाम से जाना जाता है, में हिन्दी ही उसकी आय का स्रोत है ; किंतु, वहां कार्य अंग्रेजी में किया जाता है । फिल्मों में प्रयोग की जानेवाली हिन्दी में ५० % उर्दू मिश्रित है । चूंकि, चलचित्र जगत के लेखक, पटकथा लेखक और गीतकार अधिकतर मुसलमान हैं, और हिंदू लेखक भी उर्दू मिश्रित हिन्दी का उपयोग करते हैं, इसलिए चलचित्र में शुद्ध हिन्दी का उपयोग नहीं किया जाता है । इससे आगे बढकर, यदि चलचित्रों में शुद्ध हिन्दी का प्रयोग किया जाए, तो लोग भी इसे समझ नहीं पाएंगे, इसलिए आज भी देश में उर्दू मिश्रित हिन्दी का प्रचलन है ।

१० जनवरी को विश्व हिन्दी दिवस मनाया गया । यह जानकारी उस पृष्ठभूमि पर हिन्दी फिल्म उद्योग के कार्य की समीक्षा करने के बाद सामने आई है । हिन्दी फिल्म अभिनेता और अभिनेत्रियों को हिन्दी शिक्षकों को नियुक्त करना पडता है, क्योंकि, वे हिन्दी अच्छी तरह से नहीं जानते हैं, और उन्हें हिन्दी वाक्य अंग्रेजी में लिखकर देने होते हैं ।

१. हिन्दी की शिक्षिका, पल्लवी सिंह ने कहा कि हिन्दी चलचित्र जगत में अधिकतर वे लोग हैं जो अंग्रेजी संस्कृति में पले-बढे हैं । हिन्दी न आने से उन्हें अभिनय में भी कठिनाई होती है, परिणामस्वरूप, वे लोग हिन्दी सीखते हैं ।

२. अभिनेताओं को हिन्दी भाषा सिखाने वाले आनंद मिश्रा ने कहा कि, निर्देशकों और अभिनेताओं को काम के लिए हिन्दी सीखने की जरूरत पडती है । अन्य क्षेत्रों के लोग भी उचित उच्चारण के लिए हिन्दी सीखते हैं । साथ ही, हिन्दी चलचित्र में हिन्दी का कितना उपयोग करना है, यह निर्माताओं पर निर्भर करता है ।

३. निर्माता आनंद पंडित ने कहा, “यद्यपि संवाद रोमन अंग्रेजी में लिखे जाते हैं, किन्तु वह हिन्दी पर ही आधारित होते हैं । हिन्दी की कभी अवहेलना नहीं की जा सकती है । अब तो यह देखा गया है कि कई निर्माता हिन्दी का सही उच्चारण करने का अभ्यास भी करते हैं ।”