(कहते हैं) ‘लद्दाख में पैंगोंग झील के पास प्राकृतिक पर्यावरण को नष्ट करने का भारत का प्रयास !’

चीन का ‘उल्टा चोर कोतवाल को डांटे’ की उक्ति को सार्थ करनेवाला आरोप !

भारत नहीं, अपितु चीन ही यहां के पर्यावरण को प्रदूषित करने का प्रयास कर रहा है । चीन ने यहां का भू-भाग सैन्य शिविर में परिवर्तित किया है । यहां उसने बंकर एवं रडार स्टेशन स्थापित किए हैं । झील के किनारों के साथ ऑप्टिकल तारें (केबल) बिछाई हैं। डीजल से चलने वाली नौकाएं तैनात की हैं । यही कारण है कि यहां अत्यधिक मात्रा में प्रदूषण हो रहा है। ऐसी स्थिति में भारत पर चीन का आरोप लगाना ‘उल्टा चोर कोतवाल को डांटे’ के समान ही है !

बीजिंग (चीन) – लद्दाख में १३४ किमी लंबी पैंगोंग झील है । चीन के सरकारी समाचार पत्र ‘ग्लोबल टाइम्स’ के एक लेख में आरोप लगाया गया है कि भारत इस झील के आसपास की शांति एवं स्थिरता के साथ साथ यहां के प्राकृतिक पर्यावरण को नष्ट करने का प्रयास कर रहा है। संघर्ष की स्थिति के कारण, भारत और चीन दोनों ने गत कुछ महीनों से झील के पास अपने अपने ५०,००० सैनिक तैनात किए हैं ।

लेख में कहा गया है कि, भारत ने बड़ी संख्या में सैनिकों को यहां तैनात किया है और उनकी उपस्थिति से यहां बीमारी उत्पन्न हो गई है । चीन यहां के प्राकृतिक पर्यावरण को बचाने का प्रयास कर रहा है । चीन यहां का कूड़ा उठा कर दूर फेंक रहा है । चीन के क्षेत्र में इस झील का पानी स्वच्छ है ।