काठमांडू (नेपाल) – मैं और मेरे कार्यकर्ता नेपाल को ‘हिन्दू राष्ट्र’ घोषित करने के लिए पुन: मरने या मारने के लिए तैयार हैं, नेपाल के पूर्व उप प्रधानमंत्री, कमल थापा ने यहां एक सभा को संबोधित करते हुए कहा । हिन्दू राष्ट्र की मांग को लेकर काठमांडू में बड़ी संख्या में हिंदुओं ने मोर्चा निकाला था । मोर्चे के अंत में जब सभा हुई तब थापा ने यह कहा । उन्होंने इन मांगों के पूरा होने तक देश में विरोध प्रदर्शन करने की भी चेतावनी दी ।
थापा ने आगे कहा कि, ‘प्रारंभ में यह केवल हमारी मांग थी ; किंतु, अब जनता भी इस मांग को लेकर आगे आ रही है । लोगों को फिर से हिन्दू राष्ट्र की आवश्यकता प्रतीत होती है और वे इसके बारे में बात कर रहे हैं । इस पृष्ठभूमि में सभी पक्षों को एक साथ आना चाहिए और चर्चा करनी चाहिए । अन्य राजनीतिक दल संसद के विसर्जन को गंभीरता से नहीं लेते हैं । परिणामस्वरूप, देश अंधकार की ओर बढ रहा है । हाल ही में, भारत और चीन के अधिकारी समस्या के समाधान के लिए नेपाल आए थे । हमें क्या करना चाहिए ?’, इसका अधिकार हम दूसरों को नहीं दे सकते ।
दिसंबर २०२० से हिन्दू राष्ट्र के लिए आंदोलन शुरू हुआ !
नेपाल में दिसंबर २०२० से देश में राजशाही को वापस लाने और देश को हिन्दू राष्ट्र घोषित करने के लिए एक आंदोलन आरंभ किया गया है । यह नेपाल में राष्ट्रीय प्रजातांत्रिक पार्टी और राजतंत्र के समर्थकों द्वारा समर्थित है । नेपाल के गृह मंत्रालय ने देश के ७७ जिलों में जारी विरोध प्रदर्शन को समाप्त करने का आह्वान किया है, अन्यथा बल का प्रयोग किया जाएगा, ऐसी चेतावनी दी है ।