स्‍वास्‍थ्‍य क्षेत्र के दुष्‍प्रवृत्तियों के विरुद्ध कृति करने हेतु नियमित एकत्रित होने का डॉक्‍टरों का निर्धारण !

उत्तर प्रदेश और बिहार के डॉक्‍टरों की ‘ऑनलाइन बैठक’ संपन्‍न !

     उत्तर प्रदेश – स्‍वास्‍थ्‍य क्षेत्र के राष्‍ट्रप्रेमी एवं धर्मप्रेमी डॉक्‍टरों तथा परिचारिकाआें का संगठन हो, तथा स्‍वास्‍थ्‍य क्षेत्र की दुष्‍प्रवृत्तियों के विरुद्ध संवैधानिक मार्ग से कृति की जाए, इस उद्देश्‍य से आरोग्‍य साहाय्‍य समिति की ओर से हाल ही में एक ऑनलाइन बैठक आयोजित की गई ।
भारत सरकार द्वारा ३४४ औषधियां प्रतिबंधित की गई थीं; परंतु पाया गया है कि अब तक अनेक स्‍थानों पर ऐसी औषधियों की खुलेआम बिक्री की जा रही है । १२ दिसंबर को राजस्‍थान मेें १ करोड रुपयों की प्रतिबंधित औषधियों की बिक्री की गई । इस संदर्भ में बैठक में संवैधानिक मार्ग से कृति करने हेतु विस्‍तृत चर्चा की गई । इस संदर्भ में समाज में जागृति करना तथा एकत्र आकर कृति करना आवश्‍यक है, यह सोचकर सभी ने निश्‍चय किया है कि वे ७ दिन में एक बार एकत्र आएंगे । साथ ही, कार्य करते समय साधना की जोड देना किस प्रकार आवश्‍यक है इसकी जानकारी हिन्‍दू जनजागृति समिति के उत्तर प्रदेश एवं बिहार राज्‍य समन्‍वयक श्री. विश्‍वनाथ कुलकर्णी ने दी । कोरोना महामारी के इस संकटकाल में संपूर्ण समाज तनाव में है । डॉक्‍टर नियमित रूप से यह अनुभव कर रहे हैं । उन्‍होंने बताया कि इस स्‍थिति में आनंदित रहने के लिए नियमित नामजप करना आवश्‍यक है । जमानत इस समय वाराणसी के डॉ. अजय कुमार जायसवाल ने स्‍वयं कोरोना पॉजिटिव होने पर नामजप के बल पर इस स्‍थिति का किस प्रकार सामना किया यह जानकारी दी । इस बैठक में वाराणसी के डॉ. अजयकुमार जयस्‍वाल, डॉ. भरतलाल जयस्‍वाल, डॉ. रंजय गुप्‍ता, डॉ. दिपांकर शुकला, डॉ. अभिषेक केशरवाणी, डॉ. आलोक, डॉ. संजय कुमार, डॉ. विजय, तथा हिन्‍दू जनजागृति समिति के उत्तर प्रदेश एवं बिहार राज्‍य समन्‍वयक श्री. विश्‍वनाथ कुलकर्णी आदि उपस्‍थित थे ।