मुर्गियों का यातायात करनेवाले ट्रक के पलटने पर गांववाले ७०० मुर्गियां चुराकर ले गए !

  • यह है आज के नैतिक मूल्यों का पतन हुए भारतीयों की स्थिति ! ऐसे लोगों के कारण विश्व में भारत की प्रतिमा धूमिल हो रही है, इसका न जनता को खेद है और न ही पुलिस को !

  • प्राचीन काल में लोग धर्माचरणी थे और उन्हें कर्मफलन्याय का सिद्धांत भी ज्ञात था, साथ ही उनमें उनके प्रति श्रद्धा होने से चोरी का विचार उनके मन को छूता भी नहीं था; परंतु आज के आधुनिकतावादी, धर्मनिरपेक्षतावादी और विज्ञानवादी काल में लोगों की मानसिकता कितनी नीचे पहुंच गई है, यह घटना इसका प्रत्यक्ष दर्शक है !
गांववाले ७०० मुर्गियां चुराकर ले गए ! (प्रतिकात्मक चित्र)

बारवाणी (मध्य प्रदेश) – यहां के सेंधवा तहसील के डोंडवा गांव के पास मुर्गियों का यातायात करनेवाला एक ट्रक दुर्घटनाग्रस्त होकर पलट गया, उससे ट्रक में रखी गई मुर्गियां सडक पर आ गईं । ग्रामवासियों ने इसका लाभ उठाकर उन मुर्गियों को एकत्रित कर उन्हें ट्रक ड्राइवर को सौंपने की अपेक्षा वे उन्हें अपने-अपने घर ले गए । कुछ ग्रामवासी २-३ मुर्गियां भी ले जाते दिखाई दिए ।

अनेक लोगों ने अधिकाधिक मुर्गियां चुराने हेतु बडे आकार की थैलियां भी लाई थीं । इस ट्रक में १ सहस्र से भी अधिक मुर्गियां थीं; परंतु अंत में उनमें से केवल ३०० से ३५० मुर्गियां ही शेष रहीं । ट्रकचालक ने बताया कि इस संदर्भ में मैंने पुलिस को दूरभाष कर बताया; परंतु उनसे किसी प्रकार का प्रत्युत्तर नहीं मिला । इस दुर्घटना के कारण हमारी १.५ से २ लाख रुपए की आर्थिक हानि हुई । (क्या मध्य प्रदेश सरकार ऐसी निष्क्रिय पुलिस के विरुद्ध कठोर कार्यवाही करेगी? – संपादक)