मंदिर के पास धर्मांधों की फूलों की टोकरी से मांस पहुंचाया जाता है !
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भाग्यनगर (तेलंगाना) – आंध्र प्रदेश के श्रीशैलम् मंदिर पर धर्मांधों ने नियंत्रण कर लिया है, ऐसा आरोप यहां के गोशामहल संसदीय क्षेत्र से भाजपा विधायक टी. राजा. सिंह ने लगाया है । उन्होने कहा कि, ‘डेक्कन क्रानिकल’ इस दैनिक में छपे समाचार के अनुसार इस मंदिर के पास की सभी दुकानों पर मुसलमानों का एकाधिकार निर्माण हुआ है । यहां की गोशाला में गोमांस के लिए गायों की हत्या होती है । श्रीशैलम् ब्रह्मारंभा मल्लिकार्जुन स्वामी मंदिर की ओर से गोशाला चलाई जाती है । यहां १ सहस्र ५४२ गाय और बैल हैं।
१. टी. राजा सिंह ने दावा किया है कि, रज्जाक नामक व्यक्ति मंदिर का ठेकेदार है और उसकी पत्नी वहां सुपरवाईजर के रुप में कार्य करती है । ( मंदिर के कामकाज में धर्मांधों को कैसे सहभागी किया जाता है ? चर्च और मस्जिद के कामकाज में कभी हिंदुओं को सहभागी किया जाता है क्या ? – संपादक) रज्जाक यह सत्ताधारी वाय.एस.आर. पार्टी के स्थानीय आमदार शिल्पा चक्रपाणी रेड्डी का नजदीकी माना जाता है । (आंध्रप्रदेश में कट्टरवादी कैसे आगे बढ रहे हैं, इसका यह उदाहरण है ! – संपादक) चक्रपाणी का भाई तेलगु देशम पार्टी का नेता है । इस कारण राज्य में किसी भी पार्टी की सत्ता होती, तो रज्जाक का मंदिर पर नियंत्रण होता ।
२. टी. राजा सिंह ने कहा कि, रज्जाक पर अनेक गंभीर आरोप लगे हैं । वो फूलों की टोकरियों में बकरे का मांस ले जाता है । इन्हीं फूलों का उपयोग मंदिर में पूजा के लिए किया जाता है । रज्जाक की पत्नीकी सहायता से वहां गो हत्या की जाती है, जो कि प्रतिबंधित है ।
३. विधायक शिल्पा चक्रपाणी रेड्डी ने सभी आरोपों को नकार दिया है । उन्होने कहा, ‘‘संक्रांति के बाद सभी आरोपों पर टी. राजा सिंह से चर्चा करने को तैयार हैं। ये सभी आरोप झूठे और निराधार हैं । केवल लोगों को भडकाने के लिए ऐसा किया गया है । मै भी कट्टर हिंदू हूं और मेरे पैसों द्वारा मंदिर बनाया गया है ।’’ (एक ओर ‘मै कट्टर हिंदु हूं’, ऐसा कहा जाता है और दूसरी ओर मंदिर के कामकाज में धर्मांधों को सहभागी किया जाता है’, यह कैसे – संपादक )
४. गोशाला की सुपरवाईजर जो रज्जाक की पत्नीहै जिसको टी. राजा सिंह द्वारा लगाए आरोप के बाद स्थानांतरित कर दिया गया है । (इससे यह कह सकते हैं कि रज्जाक की पत्नीकी हरकतें हिंदु विरोधी थीं ! – संपादक)