प्रधान मंत्री मोदी का किसानों को आवाहन
नई दिल्ली – नए कृषि कानून के कारण आपकी भूमि हडप ली जाएगी, यह भ्रम कुछ लोग फैला रहे हैं । ऐसे लोगों के बहकावे में न आएं । कुछ नेता किसानों का नाम आगे कर स्वयं की राजनीतिक रोटी सेंकने का प्रयास कर रहे हैं । ऐसे शब्दों में प्रधान मंत्री मोदी ने कृषि कानून का विरोध करने वालों पर टिप्पणी की । उन्होने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के द्वारा विविध राज्यों के किसानों से बात की । इस समय उन्होने ९ करोड किसानों के खाते में ‘किसान सन्मान निधि’ के १८००० करोड रुपए की किश्त हस्तांतरित की । प्रधान मंत्री किसान सन्मान निधि के अंतर्गत देश के किसानों को केंद्र सरकार की ओर से प्रतिवर्ष ३ किश्तों में ६००० रुपए दिए जाते हैं ।
मोदी ने उनके भाषण में बताए सूत्र
१. देश के ९ करोड से अधिक किसानों के परिवार के बैंक खातों में सीधे १८००० करोड रुपए जमा हुए हैं । जब से यह योजना प्रारंभ हुई है, तब से १ लाख करोड रुपए से अधिक रकम किसानों के खातों में पहुंची है । मुझे आज इस बात का दुःख है कि मेरे बंगाल के ७० लाख से अधिक किसान भाई-बहनों को इसका लाभ नहीं मिल सका है । बंगाल के २३ लाख से अधिक किसानों ने इस योजना का लाभ लेने के लिए ऑनलाईन आवेदन किया है, लेकिन राज्य सरकार ने जांच की प्रक्रिया रोक दी है ।
२. जिन्होंने ३० वर्षों तक बंगाल पर राज्य किया, वे बंगाल को कहां से कहां ले गए हैं । किसानों को मिलने वाले २००० रुपयों के लिए उन्होंने आवाज नहीं उठाई और वे आंदोलन करने के लिए पंजाब गए । देश के लोगों को इस विषय में जानकारी नहीं है क्या ? इस पर विपक्ष का मुंह क्यों बंद है ।
३. जो पार्टी बंगाल के किसानों के हित के लिए नहीं बोलती, वे दिल्ली आकर किसानों के विषय में बोलते हैं । इन पार्टियों को आजकल कृषि उपज मंडी समितियों की याद आ रही है; केवल केरल में ही यह समिति नही हैं, वे बार बार यह भूल जाते हैं । केरल में ये लोग कभी भी आंदोलन नहीं करते हैं ।
किसानों का आंदोलन अभी भी जारी है !
दिल्ली सीमा पर कृषि कानून के विरोध में किसानों का आंदोलन ३० वें दिन भी जारी है । सरकार ने एक और पत्र लिखकर किसानों को चर्चा करने के लिए दिन और समय तय करने का आवाहन किया ।