(कहते हैं) मोदी देश पर शासन करने में असमर्थ हैं, क्योंकि, वह अपनी पत्नी के साथ ५ दिन भी नहीं रहे हैं ! ’- तमिलनाडु के ईसाई बिशप, एजरा सरगुनम की अश्लील टिप्पणी

  • ऐसा बयान देने वाले पादरी को गिरफ्तार कर, दंड दिया जाना चाहिए ! अगर ऐसे पादरी चर्च में हैं, तो यह स्पष्ट है कि वे समाज को किस तरह का मार्गदर्शन कर रहे हैं ! क्या तथाकथित धर्मनिरपेक्षतावादी इस बारे में कुछ बोलेंगे ?

  • प्रेम और शांति के ये कैसे पुजारी हैं जो मोदी और हिंदू विरोधी घृणा के कारण अत्यंत निम्न स्तर पर जाकर, प्रधानमंत्री के पद पर आसीन व्यक्ति पर विष वमन करते हैं ? ऐसी टिप्पणी करने के बजाय कि, मोदी देश को चलाने में कितने सक्षम हैं ; सरगुनम यदि चर्च, जो अनैतिकता और भ्रष्टाचार के अड्डे बन गये हैं, पर ध्यान केंद्रित करें तो ईसाई समाज का कल्याण होगा !
बाएं से, ईसाई बिशप एजरा सरगुनम और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी

चेन्नई (तमिलनाडु) – प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी देश पर शासन करने में असमर्थ हैं, क्योंकि वे पांच दिन भी अपनी पत्नी के साथ नहीं रहे सके, ऐसी अश्लील टिप्पणी तमिलनाडु में बिशप और डीएमके समर्थक, एजरा सरगुनम ने की है । जब डीएमके प्रमुख, एम. के. स्टालिन के नेतृत्व में कृषि कानून के विरूद्ध भूख हडताल में बिशप एजरा सरगुनम ने भाग लिया था, तब वे ऐसा कह रहे थे ।

१. एजरा ने आगे कहा कि, “मोदी एक ऐसे व्यक्ति हैं जो अपना विचार कभी नहीं बदलते हैं । वह एक ऐसे व्यक्ति हैं जो देश को लूटने आए हैं और वह काम वे ठीक से कर रहे हैं । उनका कर्तव्य ४ अमीरों का समर्थन करना है । उन्हें गरीबों का विचार नहीं है । वे कहते हैं कि, ‘मैं एक गरीब घर में पैदा हुआ था और चाय बेची थी ।’ वास्तव में, वह गरीबों के विरोध में काम कर रहे हैं । मैं उनसे नहीं डरता, क्योंकि उनमें कोई विवेक नहीं है । अगर वे कम से कम ५ दिनों के लिए भी अपनी पत्नी के साथ रहते, तो उन्हें जीवन में आने वाली कठिनाइयों के बारे में पता होता । जब तक मोदी को नहीं हटाया जाता है, तब तक हमारी समस्याएं बनी रहेंगी । हम सभी को इन सभी के विनाश के लिए प्रार्थना करनी चाहिए ।”

२. बिशप एजरा ने इससे पहले भी विवादास्पद बयान दिए थे । वर्ष २०१९ में, उन्होंने कहा था कि हिंदू धर्म नाम का कोई धर्म नहीं था । हिंदुओं को कनपट्टी पर मारने के बाद रक्त निकलने दो, तत्पश्चात् उन्हें ईसाई धर्म की वास्तविकता का अनुभव होगा ।