राष्ट्रीय कामधेनु आयोग, यू.जी.सी., ऑल इंडिया काउन्सिल ऑफ टेक्निकल एजूकेशन आदि विभागों की ओर से वेबिनार का आयोजन !

विश्वविद्यालयों और म हाविद्यालयों में देसी गो पालन का महत्व सिखाने पर वेबिनार में चर्चा !

गोपालन के विषय में चर्चा अपेक्षित न होकर उस विषय में तुरंत प्रभाव से कृति करना राष्ट्रप्रेमियों को अपेक्षित है !


नई दिल्ली – हाल ही में राष्ट्रीय कामधेनु आयोग, यू.जी.सी., ऑल इंडिया काउन्सिल ऑफ टेक्निकल एजूकेशन आदि विभागों के एक वेबिनार में देसी गो पालन विषय पर चर्चा हुई । इस वेबिनार में केंद्रीय शिक्षा राज्य मंत्री संजय धोत्रे उपस्थित थे । देसी गो पालन से होने वाले लाभ को देखते हुए और उसका पर्यावरण, समाज और आरोग्य पर होने वाला अच्छा प्रभाव देखकर देश के प्रत्येक विश्वविद्यलयों और महा विद्यालयों में कामधेनु पीठ स्थापित किए जा सकते हैं । उसी तरह बी.टेक. और एम.बी.ए. का अध्ययन करने वाले विद्यार्थियों को भी देसी गो पालन के विषय में सिखाया जा सकता है ।

१. राष्ट्रीय कामधेनु आयोग के अध्यक्ष वल्लभभाई कथीरिया ने इस वेबिनार में कहा कि, हमें देसी गाय का आरोग्य, सामाजिक और पर्यावरणीय महत्व युवकों को बताने की आवश्यकता है । सरकार ने अब गाय और पंचगव्य की क्षमता खोजना प्रारंभ किया है । इस कारण हमारी शिक्षा में इस विषय का अध्ययन सिखाया जाना आवश्यक है और इस विषय पर संशोधन भी करना चाहिए ।

२. संजय धोत्रे ने कहा कि हमारा समाज पूर्व में गाय के लाभ के कारण समृद्ध था; जो कि विदेशी शासनकर्ताओं के कारण हम भूल गए हैं । अब समय आ गया है कि इसे हम पुन: जागृत करें । जब हम कुछ विश्वविद्यालयों और महाविद्यालयों में देसी गाय के विषय में
शिक्षा की शुरूवात करेंगे, तब अन्य भी इसका अनुसरण करेंगे ।