रंगकाम (पुताई) करने के लिए बाजार में जल्द ही गाय के गोबर से बनने वाले वेदिक रंग आने वाले हैं ! – नितीन गडकरी

भारतीय प्राचीन पद्धति की ओर समाज अब मुडने लगा है, यह इससे एक बार पुन: स्पष्ट हो रहा है; लेकिन गाय का गोबर मिलने के लिए प्रथम गाय का जीवित रहना आवश्यक है, उसके लिए केंद्र सरकार क्या करने वाली है , यह भी गडकरी द्वारा जनता को बताया जाना चाहिए, ऐसा हिंदुओं को लगता है !


नई दिल्ली – देश के अनेक गांवों के घर आज भी गोबर से लेपे जाते हैं । भूमि भी लेपी जाती है । अब इस गोबर का प्रयोग रंगकाम (पुताई) करने के लिए रंग बनाने में किया जा रहा है । जल्द ही खादी और ग्राम उद्योग की ओर से ‘वेदिक पेंट’ बिक्री की जाने वाली है, ऐसी जानकारी केंद्रीय मंत्री नितीन गडकरी ने दी है ।

नितीन गडकरी ने बताया कि, इस वेदिक रंग के कारण किसानों को आर्थिक लाभ होने वाला है । इस कारण जिनके पास गाय है, उन्हे ५५ सहस्र रुपए वार्षिक आय हो सकती है । वेदिक रंग ‘डिस्टेंपर’ और ‘इमल्शन’ ऐसे २ प्रकार के उपलब्ध होने वाले हैं । यह रंग पर्यावरण को पूरक, नॉन टॉक्सिक, विषाणु विरोधी, एंटी फंगल और वॉशेबल हैं । रंगरोगन होने के ४ घंटे के अंदर यह रंग सूख जाएगा ।