मात्र ५ महीनों में परिणाम
यदि मध्य प्रदेश की एक न्यायालय मात्र ५ महीनों में ऐसा फैसला दे सकती है, तो अन्य राज्यों में बलात्कार के मामलों पर निर्णय देने में समय क्यों लगता है ?
छिंदवाड़ा (मध्य प्रदेश) – राज्य के जमुनिया गाँव में, ५ महीने पहले, ३ वर्ष की एक बच्ची का अपहरण कर बलात्कार करने पर एक दोषी को मृत्युदंड की सजा सुनाई गई है ।
लगभग तीन महिने में कानूनी प्रक्रिया पूरी करने के बाद गुरुवार को अदालत ने इस मामले में दोषी पाये गए रितेश धुर्वे को मौत की सजा सुना दी.https://t.co/qw4vEmnDw4
— News18 MadhyaPradesh (@News18MP) November 20, 2020
यह प्रकरण फास्ट ट्रैक न्यायालय में निपटाया गया । रितेश उर्फ रोशन धुर्वे को मृत्युदंड की सजा सुनाई गई, जबकि, धनपाल उइके को ७ वर्ष का सश्रम कारावास और जुर्माने की सजा सुनाई गई ।