इस विषय में निधर्मीवादी और स्वयं को आधुनिक समझनेवाले मुंह नहीं खोलते; क्योंकि युवक मुसलमान और युवती हिन्दू होने से उसमें उनको कुछ गलत नहीं लगता ! यदि इसके विपरीत होता, तब उन्होंने, यह फंसाने का षडयंत्र है, इसे प्रेम नहीं कहा जाता, ऐसा कहकर-तांडव किया होता !
दक्षिण कन्नड (कर्नाटक) – यहां के अब्दुल रज्जाक ने हिन्दू युवती को अपने प्रेम जाल में फंसाने के लिए अपनी मुसलमान पहचान छुपाया तथा ‘संजु’ नाम रखकर युवती को फंसाने के मामले में उस पर अपर प्रविष्ट किया गया है । वह दक्षिण कन्नड जिले के कडाब तहसील का रहनेवाला है ।
अब्दुल ने संजू नाम रखकर २४ वर्षीय हिन्दू युवती से मित्रता की थी । उसने कहा था कि, वह कट्टर हिन्दु होने के साथ अनाथ है । इसके उपरांत दोनों में मित्रता बढी । उसने इस युवती को हिन्दुओं के तीर्थक्षेत्र में ले जाने के लिए तैयार किया । वे दोनों एक तीर्थक्षेत्र में गए । वहां वह माथे पर तिलक लगाकर मंदिर भी गया । तीर्थयात्रा के समय उसने उस युवती के कुछ चित्र भी लिए जिसे उसने सामाजिक माध्यमों पर पोस्ट की । इस विषय में युवती के माता पिता को संशय होने तथा उसकी जानकारी लेना आरंभ करने पर ‘वह मुसलमान है तथा उनकी लडकी को फंसा रहा है’, यह ध्यान में आया । इसके उपरांत उन्होंने पुलिस में अपराध प्रविष्ट किया ।