कीर्तन को प्रेमप्रसंग के रूप में दिखाकर घोर अनादर

मराठी संगीत वाहिनी ‘जी वाजवा’ के विज्ञापन का युवा वाहिनी से सीधा प्रसारण

  • हिन्दुओं के मन में यह प्रश्न उठ रहा है कि ‘केंद्र सरकार हिन्दुओं के देवताओं के निरंतर हो रहे अनादर रोकने के लिए कानून कब बनाएगी ?’
  • हिन्दुओं ने कल ऐसी वाहिनियों का बहिष्कार किया, तो उसमें आश्चर्य कैसा ?

मुंबई – ‘जी’ वाहिनी समूहों में से एक मराठी संगीत वाहिनी ‘जी वाजवा’ का आजकल प्रसार किया जा रहा है । इस संदर्भ में मराठी वाहिनी ‘जी युवा’ पर एक विज्ञापन प्रसारित किया गया । उसमें कीर्तन का अनादर किया गया है ।

इस वीडियों में कुछ कीर्तनकार देवता के सामने कीर्तन कर रहे हैं और उनके सामने युवक और युवतियां कीर्तन सुनते हुए बैठे हुए हैं । वो कीर्तन से ऊब रहे हैं । उसी समय एक युवती एक युवक को कुछ संकेत कर आकर्षित कर लेती है और उसके पश्चात यह युवती कीर्तनकारों में सम्मिलित होकर कीर्तन में समाहित बोल को प्रेमप्रसंगों से जोडकर गुनगुनाती है । इन दोनों का प्रेम देखकर उपस्थित सभी लोग कीर्तन के बोलों पर नाचने लगते हैं । इस विज्ञापन में इस तरह कीर्तन का अनादर किया गया है ।

इस अनादर के कारण हिन्दू धर्मप्रेमी निम्नांकित संपर्काें पर ‘जी वाजवा’ और ‘जी युवा’ वाहिनियों पर वैधानिक पद्धति से अपना विरोध दर्शा रहे हैं ।

जी वाजवा फेसबुक : https://www.facebook.com/zeevajwa/
ट्विटर : https://twitter.com/zee_yuva?lang=en

‘वैधानिक पद्धति से विरोध करें’