(कहते हैं) ‘कर्मचारी, अधिकारी आदि की सुरक्षा के लिए विज्ञापन पीछे ले रहे हैं !’
हिन्दुओं ने उनके धर्म, देवता, धार्मिक स्थल, श्रद्धास्थान आदि का अपमान अथवा उनपर आक्रमण होने के पश्चात अभी तक कभी कानून हाथ में नहीं लिया है । तब भी ‘हिन्दू हिंसाचार करेंगे’, ऐसा दिखाने के तनिष्क के इस प्रयत्न का भी हिन्दुओं को वैधानिक मार्ग से विरोध करना चाहिए !
नई देहली – टाटा ग्रुप के ब्रांड ‘तनिष्क ज्वेलरी’ के विज्ञापन में ‘लव जिहाद’ को प्रोत्साहन दिया गया था । हिन्दुओं ने बडी मात्रा में संगठित होकर उसका विरोध किया था, तब तनिष्क ने यह विज्ञापन हिन्दुओं की क्षमा न मांगते हुए पीछे लिया है । उसके साथ ही एक निवेदन प्रकाशित किया है । उसमें उन्होंने अप्रत्यक्ष रूप से हिन्दुओं को हिंसाचारी दिखाने का प्रयत्न किया है । इस निवेदन में कहा है, ‘हमारे विज्ञापन का उद्देश्य वर्तमान आव्हानात्मक समय में एकता दिखाने का था; परंतु इस उद्देश्यके विपरीत हमें प्रतिक्रिया मिली, इसलिए हम निराश हैं ।’ इस निवेदन के अंत में कहा है कि, ‘हमारे कर्मचारी, अधिकारी और भागीदारों की सुरक्षा के लिए यह विज्ञापन हम पीछे ले रहे हैं ।’
इस संपूर्ण निवेदन में तनिष्क ने कहीं भी ‘हमारा विज्ञापन गलत था’ अथवा ‘हमने हिन्दुओं की भावनाएं आहत की हैं, इसलिए हम उनकी क्षमा मांगते हैं’, ऐसा नहीं कहा है । इसके विपरीत हिन्दुओं को असहिष्णु साबित करने का प्रयत्न किया है ।
हिन्दुओं के विरोध की तनिष्क को बडी आर्थिक हानि
हिन्दुओं ने वैधानिक मार्ग से विरोध करना निश्चित किया है, अतः अब तनिष्क को अब ऐसी हानि स्थायी रूप से होनेवाली है, ऐसा ही कहना पडेगा !
‘लव जिहादी’ विज्ञापन को हिन्दुओं द्वारा किए गए विरोध का परिणाम तनिष्क के शेयर्स पर भी हुआ है । तनिष्क के शेयर्स का मूल्य २.५८ प्रतिशत से घटने के कारण उसे २ सहस्र ७०० करोड रुपयों की हानि हुई है, ऐसा समाचार प्रसारमाध्यमों ने दिया है ।