ऐसों को पोसते रहने की अपेक्षा उन पर शीघ्रगति न्यायालय में अभियोग चलाकर उन्हें फांसी का दंड मिलने के लिए सरकार को प्रयत्न करने चाहिए !
नई देहली – तमिलनाडु और कर्नाटक से इस्लामिक स्टेट में आतंकवादियों की भरती करने और उन्हें सीरिया तक पहुंचाने के लिए पैसों की व्यवस्था करने के प्रकरण में राष्ट्रीय अन्वेषण अभिकरण ने अहमद अब्दुल कादिर (आयु ४० वर्ष) और इरफान नासिर (आयु ३३ वर्ष) इन दोनों को गिरफ्तार किया है । अहमद अब्दुल कादिर तमिलनाडु का है तथा इरफान नासिर बेंगलुरू में रहता है । अहमद अब्दुल कादिर बैंक में बिजनेस एनलिस्ट है तथा नासिर का व्यवसाय है । (‘गरीबी के कारण मुसलमान आतंकवाद की ओर मुडते हैं’, ऐसा कहनेवालों को इस संबंध में क्या कहना है ? – संपादक)
१. देहली के जामियानगर से कश्मीर की निवासी हीना बाशिर बेग (आयु ३९ वर्ष) और उसके पति को इस्लामिक स्टेट से संबंध और नागरिकता सुधार अधिनियम के विरुद्ध आंदोलन आयोजित करने के संदेह से गिरफ्तार किया गया था । उनकी पूछताछ में मार्च २०२० में इन दोनों के नाम सामने आए थे ।
२. वर्ष २०१३-१४ में बेंगलुरू से १३-१४ जन ईराक और सीरिया गए थे । उनमें से २ जन आई.एस. के लिए लडते हुए मारे गए तो कुछ लोग चुपके से वर्ष २०१४ में लौट आए थे ।