इमरान खान ऐसा बताने का कितना भी प्रयास करें; परंतु संपूर्ण संसार जानता है कि उन्हें भी पाक सेना ने ही प्रधानमंत्रीपद पर बिठाया है और पाकिस्तान में सेना की ही सत्ता चल रही है !
इस्लामाबाद – पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने एक भेंटवार्ता में कहा है कि ‘पाकिस्तान के सेनाप्रमुख ने यदि प्रधानमंत्रीपद से हटने के लिए मुझपर दबाव बनाया होता, तो मैंने उनका ही त्यागपत्र मांग लिया होता । किसी भी सेनाप्रमुख ने यदि बिना पूछे कारगिलपर आक्रमण किया होता, तो मैं तत्काल उससे त्यागपत्र लेता ।’ वर्ष २०१४ में तत्कालीन लेफ्टिनेंट जनरल जहीर-उल-इस्लाम ने पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ को प्रधानमंत्री पद छोडने के लिए कहा था, साथ ही नवाज शरीफ के प्रधानमंत्री पद के कार्यकाल में उन्हें अंधकार में रखकर तत्कालीन सेनाप्रमुख परवेज मुशर्रफ ने कारगिलपर आक्रमण किया था । उस पर प्रतिक्रिया देते हुए इमरान खान ने उक्त व्यक्तव्य दिया ।
इमरान खान ने आगे कहा कि मैं लोकतांत्रित पद्धति से चुना गया हूं । मुझे अपने पद से हटाने का साहस किसी में कैसा हो सकता है ? जब पूर्व सेनाप्रमुख परवेज मुशर्रफ श्रीलंका की यात्रा पर थे, तब नवाज शरीफ ने स्वयं ही उन्हें पद से हटाने का प्रयास किया था ।