जिसे ‘ताजमहल’ कहते हैं वह शिवमंदिर ‘तेजोमहालय’ है ! – पुरी पीठ के शंकराचार्य निश्चलानंद सरस्वती

मुख्यमंत्री आदित्यनाथ से गलत इतिहास परिवर्तित करने की मांग

  • अनेक इतिहास विशेषज्ञ यह बताते आ रहे हैं तथा अब सीधे शंकराचार्यजी ने यह बताकर उसमें परिवर्तन करने की मांग की है । यह देखते हुए केंद्र और राज्य सरकार शीघ्रातिशीघ्र ‘ताजमहल’ को प्राचीन शिवमंदिर बनाकर उसे ‘तेजोमहालय’ घोषित करे, ऐसा हिन्दुओं को लगता है !
  • हिन्दुओं के धर्मगुरु शंकराचार्यजी को ऐसी मांग करनी पडती है, यह हिन्दुओं के लिए लज्जाजनक है । इससे संबंधित सत्य इतिहास सामने लाने के लिए हिन्दुओं को सरकार से मांग करनी आवश्यक !

पुरी (ओडिशा) – पुरी के पूर्वाम्नाय गोवर्धन पीठ के शंकराचार्य निश्चलानंद सरस्वतीजी ने कहा है कि, आजकल आप जिसे ‘ताजमहल’ कहते हैं, उसका प्राचीन नाम ‘तेजोमहालय’ है । वहां पहले भगवान शिवजी का मंदिर था । वहां शिवजी की स्थापना की गई थी । जयपुर राजपरिवार के पास इसका पूर्ण इतिहास सुरक्षित है । प्राचीन काल में विदेशी यात्रियों ने जो लिखकर रखा है, उसमें भी इसका उल्लेख ‘तेजोमहालय’ ही किया गया है । उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को इतिहास की ओर ध्यान देकर उसके आधार पर किए जार रहे दूषित प्रचार को शीघ्रातिशीघ्र रोकना चाहिए । इस संदर्भ में एक वीडियो गोवर्धन मठ के अधिकृत ट्वीटर खाते पर पोस्ट किया गया है तथा वह मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को वह टैग (इस विषय में संबंधित व्यक्ति को जानकारी मिलने के लिए टैग किया जाता है ।) किया गया है ।

इससे पूर्व श्रीरामजन्मभूमि तीर्थक्षेत्र ट्रस्ट के सदस्य शंकराचार्य वासुदेवानंद सरस्वतीजी ने कहा था कि, ‘आगरा’ शहर का प्राचीन नाम ‘अग्रवन’ है तथा उसे पुनः वह नाम देना चाहिए ।