विजयवाडा (आंध्र प्रदेश) में श्री कनकदुर्गा मंदिर से तीन रजत सिंहों की चोरी

विपक्ष ने की सीबीआई जांच की मांग

  • आंध्र प्रदेश में ईसाई वाईएसआर कांग्रेस पार्टी सत्ता में है ? ऐसी घटनाएं इसलिए हो रही हैं क्योंकि आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री जगनमोहन रेड्डी खुद एक ईसाई हैं ? इस प्रसंग में किसी को दंडित किया जाएगा यह बात तो बहुत दूर की है; लेकिन क्या इसकी जांच निष्पक्ष होगी? हिन्दुओं के मन में संदेह है !

  • क्या आपने कभी किसी मस्जिद या चर्च में चोरी होने की बात सुनी है? जब कि हिन्दू बहुल भारत में हिन्दू मंदिरों में चोरियां होती ही रहती हैं और कोई भी सरकार इसे गंभीरता से नहीं लेती है, इस पर ध्यान दें एवं इस स्थिति को बदलने के लिए हिन्दू राष्ट्र की स्थापना करें ।

विजयवाडा (आंध्र प्रदेश) – यहां के श्री कनकदुर्गा मंदिर के प्रांगण में ‘अम्मावारी रथम’ (पवित्र रथ) के चार में से, चांदी के तीन शेर चोरी हो गए हैं । प्रत्येक छवि तीन किलो चांदी से बनी थी । विपक्षी टीडीपी ने इस मामले की सीबीआई जांच की मांग की है ।

टीडीपी विधायक बुद्ध वेंकन्ना ने कहा, “इस घटना से पूरा हिन्दू समुदाय दुखी है और उनकी धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंची है । मंदिर के अधिकारियों ने मामले में उचित जानकारी नहीं दी, न ही उन्होंने तुरंत पुलिस को इस घटना की सूचना दी । कार्यपालिका द्वारा अभियुक्तों को बचाने का प्रयास किया जा रहा है । इसलिए सरकार को मामले का खुलासा करना चाहिए और आरोपियों को तुरंत गिरफ्तार करना चाहिए । कांग्रेस नेता मंदिर के गर्भगृह को लूटने का पूरा प्रयास कर रहे हैं । इन सभी मामलों में मुख्यमंत्री जगनमोहन रेड्डी की चुप्पी आश्चर्यजनक है । कुछ लोग मंदिर को दान की गई जमीन को लूटने का प्रयास कर रहे हैं । राज्य में मंदिरों पर आक्रमण हो रहे हैं । मंदिर के अधिकारी और मंत्री वेल्लमपल्ली श्रीनिवास जानते हैं कि चोर कौन है और उन्हें अपनी चुप्पी तोडनी चाहिए ।

श्री कनकदुर्गा मंदिर का महत्त्व

श्री कनकदुर्गा मंदिर दक्षिण भारत के प्रमुख मंदिरों में से एक है । अर्जुन ने भगवान शिव की कठोर तपस्या करने के पश्चात, इस मंदिर में उन्होंने भगवान शिव से पाशुपत अस्त्र प्राप्त किए । कहा जाता है कि श्री कनकदुर्गा मंदिर अर्जुन द्वारा बनाया गया था ।