‘लव जिहाद’ की घटनाएं रोकने के लिए उत्तरप्रदेश सरकार धर्मांतरण विरोधी कानून बनाएगी

  • वास्तव में केंद्र सरकार को ही इस प्रकार का कठोर कानून बनाने की आवश्यकता है । जिस कारण ईसाई मिशनरी और धर्मांधों द्वारा होनेवाला हिन्दुओं का धर्मांतरण रोक सकते हैं !
  • ‘लव जिहाद’ की घटनाएं रोकने के लिए सरकारी स्तर पर प्रयत्न होने ही चाहिए । इसके साथ ही हिन्दू युवतियों को धर्मशिक्षा देने की व्यवस्था भी सरकार को करनी चाहिए, जिससे हिन्दू युवतियां धर्मांधों के झूठे प्रेम की बलि नहीं चढेंगी !

लक्ष्मणपुरी (उत्तरप्रदेश) – लव जिहाद के संदर्भ में उत्तरप्रदेश सरकार द्वारा शीघ्र ही धर्मांतरण से संबंधित अध्यादेश निकालने की संभावना है । ‘अन्य राज्यों में धर्मांतरण के विरोध में बनाए गए कानून और अधिनियम का अध्ययन किया जा रहा है । इसके उपरांत उत्तरप्रदेश सरकार इससे संबंधित स्वयं का कानून बनाएगी, ऐसा राज्य के वरिष्ठ अधिकारियों ने बताया । वर्तमान में देश के ८ राज्यों में धर्मांतरण विरोधी कानून हैं । इनमें उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश, अरुणाचल प्रदेश, छत्तीसगढ, झारखंड, ओडिशा, मध्यप्रदेश और गुजरात का समावेश है ।

उत्तरप्रदेश के कानपुर में लव जिहाद की १२ से अधिक घटनाएं विशेष अन्वेषण दल ने खोजी हैं । इन प्रकरणों के संबंध में राज्य के दौरे से लौटे हुए सरसंघचालक डॉ. मोहन भागवत ने भी चिंता व्यक्त की है । उस पृष्ठभूमि पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की सरकार ने इसे रोकने के लिए कठोर कदम उठाने का निश्चय किया है ।