पुलिस और प्रशासन निष्क्रिय
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बांदा (उत्तरप्रदेश) – यहां के बामदेवेश्वर पर्वत पर धर्मांधों ने अतिक्रमण कर वहं मस्जिद बनाई है । २ वर्ष पूर्व यहां कुछ धर्मांध आए और उन्होंने यह कहते हुए हिन्दुओं को धमकाया कि ‘यह भूमि हमारे पूर्वजों की है और यहां उनके शव गाड दिए गए हैं । हम यहां उनकी मजार बनानेवाले हैं । तुमने यदि यह स्थान नहीं छोडा, तो तुम्हारे बच्चे भ्रमिष्ट होकर मर जाएंगे ।’ इस भय के कारण हिन्दुओं ने यह भूमि छोड दी और उसके उपरांत धर्मांधों ने वहां मस्जिद बनाई । अब वे यहां और ३-४ मस्जिदें बनाने की तैयारी में हैं । विशेष बात यह कि इस पर्वत के परिसर में एक भी मुसलमान नहीं रहता । पहले यहां एक भी घर नहीं था; परंतु अब यहां आस-पास की भूमि अवैधरूप से हडपकर घर बनाए जा रहे हैं । इस पर्वत की तलहटी में भी मस्जिद बनाई जा रही है ।
१. पर्वतपर बनाई गई मस्जिद में नमाज पढी जाती है । धर्मांध रात के समय यहां आते हैं और सवेरे चले जाते हैं । यह सरकारी भूमि होते हुए भी प्रशासन ने इसके विरुद्ध कोई कार्यवाही नहीं की है अथवा पुलिस द्वारा भी किसी प्रकार की जांच नहीं की गई है ।
२. इस संदर्भ में विश्व हिन्दू परिषद के शहर अध्यक्ष महेंद्र चौहान ने बताया कि इस पर्वतपर पहले कभी मस्जिद नहीं थी । यह हिन्दुओं की आस्था का केंद्र था । इसलिए यहां मस्जिद बनाई जाने का अर्थ है कि कुछ लोग शांति से नहीं रहना चाहते ।
बामदेवेश्वर पर्वत का इतिहास
बामदेवेश्वर पर्वत एक प्राचीन स्थान है । यहां शिवमंदिर है । बामदेव ऋषि ने इस पर्वत पर स्थित गुंफा में बैठकर तपस्या की थी और शिवलिंग की स्थापना की थी । बामदेव ऋषि के कारण ही इस शहर का नाम ‘बांदा’ पडा है ।