टाटा, अंबानी आदि उद्योगपतियों से अधिक आयवाला साइरो मलबार चर्च ‘कर’ क्यों नहीं देता !

देश के हिन्दुओं के बडे-बडे मंदिरों को अपने नियंत्रण में लेनेवाली सरकार इस चर्च को सरकारीकृत करने का साहस क्यों नहीं दिखाती ?

नई देहली : टाटा, अंबानी, गोदरेज आदि उद्योगपतियों से अधिक आयवाला केरल का रोमन कैथॉलिक साइरो मलबार चर्च किसी भी प्रकार का कर नहीं देता । ‘क्रिटेली डॉट कॉम’ संकेतस्थल द्वारा प्रकाशित समाचार में यह जानकारी दी गई है । इस चर्च के पास ३ लाख करोड रुपए की संपत्ति होने की बात सामने आई है । केवल भारत ही नहीं, अपितु विश्व के सभी कैथलिक चर्चाें में से साइरो मलबार चर्च की संपत्ति सबसे अधिक है ।

१. इस चर्च में ११,००० से अधिक संगठन हैं । इन सभी संस्थानों को इस चर्च के नाम से चलाया जाता है । चर्च में ९,००० पादरी, ३०,००० नन, ३,७६३ चर्च, ४,८६० शैक्षणिक संस्थान, २,६१४ चिकित्सालय हैं । इस चर्च में ५० मिलियन से अधिक सदस्य हैं ।

२. सीएमए नामक संस्था चर्च व्यवस्था की सबसे बडी संस्था है । उसके अंतर्गत १ सहस्र ५१४ विद्यालय, महाविद्यालय और अनाथालय चलाए जाते हैं । इस चर्च की आय देश की किसी भी संस्था की अपेक्षा अधिक है । देश के प्रत्येक नगर में इस संस्था का कार्यालय है ।