पिछले वर्ष लक्ष्मी मंदिर को भी लगाई थी आग !
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बारपेटा (असम) – यहां के गांव गनक कूची में एक प्राचीन वैष्णव मठ है । आरोपी रफीकुल अली ने इसमें घुसकर तोडफोड की, श्रीमद्भगवद्गीता जलाई, मठ की अनेक वस्तुएं बाहर निकालकर उन्हें भी आग लगाई और गुरु का आसन तोडा । इस प्रकार, मठ को अपवित्र करनेवाले आरोपी रफीकुल अली को बंदी बनाया गया है । मठ से धुआं निकलता देखकर स्थानीय लोग वहां पहुंचे और उन्होंने अली को पकडकर पुलिस को सौंपा । वह आरोपी बारपेटा जनपद के शांतिपुर गांव का निवासी है । जब अली मठ में तोडफोड कर रहा था, उस समय वहां कोई नहीं था । इस घटना के पश्चात वहां तनाव उत्पन्न हो गया है । यह मठ १६ वीं शताब्दी में श्री माधवदेव ने बनवाया था । श्री माधवदेव महान संत शंकरदेव के शिष्य थे ।
गत वर्ष ८ अक्टूबर को भी रफीकुल अली ने बारपेटा के उत्कुची क्षेत्र में स्थित श्री लक्ष्मी मंदिर में घुसकर आग लगाई थी और मूर्ति के आभूषण चुराए थे । उस समय भी स्थानीय लोगों ने उसे पकडकर पुलिस को सौंपा था ।