कश्मीर में ८ महीनों में १८ सैनिकों की आत्महत्या

  • चीन और पाक की खुराफातों के कारण सीमा पर युद्धसदृश्य परिस्थिति होते हुए यह चित्र चिंताजनक है । उसे परिवर्तित करने के लिए सरकार को युद्धस्तर पर प्रयत्न करना आवश्यक !
  • साधना करने से आत्मबल बढकर आत्महत्या जैसे विचार भी मन में नहीं आते । इसलिए सरकार को गंभीरतापूर्वक इस विकल्प पर भी विचार करना आवश्यक !

श्रीनगर –सेना तथा अर्द्धसैनिक बल के सूत्रों ने जानकारी दी है कि कश्मीर में गत ८ महीने में १८ सैनिकों ने आत्महत्या की है । वर्ष २०१९ में कश्मीर में १९ सैनिकों ने आत्महत्या की थी । इस वर्ष इन आत्महत्याओं का कारण कोरोना का संकट बताया जा रहा है । अनंतनाग और श्रीनगर के केंद्रीय आरक्षित पुलिस बल के क्रमशः उपनिरीक्षक और सहायक निरीक्षक पद के व्यक्तियों ने आत्महत्या से पूर्व आत्महत्या का कारण कोरोना का भय लिखा था ।

मानसिक स्वास्थ्यविषयक सलाहकार वसीम राशिद बोले, ‘दीर्घकाल तक पारिवारिक समस्याएं न सुलझा पाने से सैनिक तनाव में आ जाते हैं । ऐसी स्थिति में उनमें से कुछ लोग कभी कभी आत्महत्या का मार्ग चुनते हैं ।’

सैनिकों को तनावमुक्त करने के लिए चलाया जा रहा है परामर्श सत्र !

श्रीनगर के केंद्रीय आरक्षित पुलिस दल के जनसंपर्क अधिकारी पंकज सिंह बोले, ‘‘सैनिकों को तनावमुक्त करने के लिए परामर्श सत्र चलाया जा रहा है । इसके अतिरिक्त उनका मानसिक स्वास्थ्य अच्छा रखने के लिए सवेरे के व्यायामसत्र में विशिष्ट पद्धतियां भी सिखाई जा रही हैं । उससे सैनिक तनाव के साथ तालमेल बैठा पाएंगे । सैनिक लंबी अवधि तक परिवार से दूर न रहें तथा वे अपने परिवार को पर्याप्त समय दे पाएं, इसके लिए वरिष्ठ अधिकारियों को उचित व्यवस्था करनी चाहिए ।’’